Home ताज़ातरीन मोरबी हादसा : प्रधानमंत्री मोदी की अस्पताल में इवेंटबाजी पर कांग्रेस का बड़ा हमला 

मोरबी हादसा : प्रधानमंत्री मोदी की अस्पताल में इवेंटबाजी पर कांग्रेस का बड़ा हमला 

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मोरबी हादसा : प्रधानमंत्री मोदी की अस्पताल में इवेंटबाजी पर कांग्रेस का बड़ा हमला 

इतना तो साफ है कि मोरबी में जितने लोगों की जाने गई है. वह सरकार की गलत नीतियों की वजह से हुई है. पूरा देश इस घटना पर स्तब्ध है. कई लोग इसे हत्या भी मान रहे है. इस घटना से पूरा देश सदमे में है. अब तक 141 लोगों की जान जा चुकी है. वहीं, दूसरी ओर आरोप है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी पार्टी बीजेपी इस गमगीन माहौल में भी सियासत करने में जुटी हुई है. गुजरात में विधानसभा चुनाव है. प्रधानमंत्री गुजरात में ही हैं, लेकिन हादसे के बाद वह फौरन घायलों से मिलने मोरबी नहीं पहुंचे.

पीएम मोदी के घायलों से मिलने से पहले अस्पताल से जो तस्वीरें सामने आई हैं. उसने पीएम मोदी और उनकी पार्टी की सोच को एक बार फिर बेनकाब कर दिया है. कांग्रेस पार्टी ने उस अस्पताल की तस्वीरें शेयर की हैं.

कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा, “त्रासदी का इवेंट, आज पीएम मोदी मोरबी के सिविल अस्पताल जाएंगे. उससे पहले वहां रंगाई-पुताई का काम चल रहा है. चमचमाती टाइल्स लगाई जा रही हैं. पीएम मोदी की तस्वीर में कोई कमी न रहे, इसका सारा प्रबंध हो रहा है। इन्हें शर्म नहीं आती! इतने लोग मर गए और ये इवेंटबाजी में लगे हैं.

अस्पताल से जुड़ी सामने आई तस्वीरों ने पीएम मोदी और उनकी पाटी बीजेपी के साथ उनकी सरकार की भी पोल खोलकर रख दी है. जो कथित गुजरात मॉडल के नाम पर जनता से मौजूदा विधानसभा में वोट मांग रही है. सवाल यह है कि मोरबी पुल हादसे में 141 लोगों की मौत हो चुकी है और बीजेपी को अस्पताल के रंग रोगन की पड़ी है? राज्य की मौजूदा बीजेपी सरकार को किस बात का डर है?

क्या इस बात का डर है कि पीएम मोदी के यहां पहुंचते ही अस्पताल की बदहाली सबके सामने आ जाएगी? सवाल यह भी है कि हादसे के दो दिन के बाद भी गुजरात में होने के बावजूद पीएम मोदी आखिर पीड़ितों से मिलने अस्पताल क्यों नहीं पहुंचे?

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पिछले 23 सालों से डेडीकेटेड पत्रकार अंज़रुल बारी की पहचान प्रिंट, टीवी और डिजिटल मीडिया में एक खास चेहरे के तौर पर रही है. अंज़रुल बारी को देश के एक बेहतरीन और सुलझे एंकर, प्रोड्यूसर और रिपोर्टर के तौर पर जाना जाता है. इन्हें लंबे समय तक संसदीय कार्रवाइयों की रिपोर्टिंग का लंबा अनुभव है. कई भाषाओं के माहिर अंज़रुल बारी टीवी पत्रकारिता से पहले ऑल इंडिया रेडियो, अलग अलग अखबारों और मैग्ज़ीन से जुड़े रहे हैं. इन्हें अपने 23 साला पत्रकारिता के दौर में विदेशी न्यूज़ एजेंसियों के लिए भी काम करने का अच्छा अनुभव है. देश के पहले प्राइवेट न्यूज़ चैनल जैन टीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर शो 'मुसलमान कल आज और कल' को इन्होंने बुलंदियों तक पहुंचाया, टीवी पत्रकारिता के दौर में इन्होंने देश की डिप्राइव्ड समाज को आगे लाने के लिए 'किसान की आवाज़', वॉइस ऑफ क्रिश्चियनिटी' और 'दलित आवाज़', जैसे चर्चित शोज़ को प्रोड्यूस कराया है. ईटीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर राजनीतिक शो 'सेंट्रल हॉल' के भी प्रोड्यूस रह चुके अंज़रुल बारी की कई स्टोरीज़ ने अपनी अलग छाप छोड़ी है. राजनीतिक हल्के में अच्छी पकड़ रखने वाले अंज़र सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय खबरों पर अच्छी पकड़ रखते हैं साथ ही अपने बेबाक कलम और जबान से सदा बहस का मौज़ू रहे है. डी.डी उर्दू चैनल के शुरू होने के बाद फिल्मी हस्तियों के इंटरव्यूज़ पर आधारित स्पेशल शो 'फिल्म की ज़बान उर्दू की तरह' से उन्होंने खूब नाम कमाया. सामाजिक हल्के में अपनी एक अलग पहचान रखने वाले अंज़रुल बारी 'इंडो मिडिल ईस्ट कल्चरल फ़ोरम' नामी मशहूर संस्था के संस्थापक महासचिव भी हैं.

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