Home देश मुफ्त इंग्लिश स्पीकिंग कोर्स शुरू करेगी दिल्ली सरकार, मुख्यमंत्री केजरीवाल का ऐलान

मुफ्त इंग्लिश स्पीकिंग कोर्स शुरू करेगी दिल्ली सरकार, मुख्यमंत्री केजरीवाल का ऐलान

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मुफ्त इंग्लिश स्पीकिंग कोर्स शुरू करेगी दिल्ली सरकार, मुख्यमंत्री केजरीवाल का ऐलान

आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को एक अहम ऐलान किया है. केजरीवाल ने कहा है कि दिल्ली सरकार जल्द ही अलग अलग हिस्सों में स्थित 50 सेंटरों पर इंग्लिश स्पीकिंग कोर्स शुरू करने जा रही है, और इस कोर्स को चलाने की सारी जिम्मेदारी दिल्ली स्किल एंड एंटरप्रेन्योरशिप यूनिवर्सिटी अंजाम देगी. उन्होंने कहा कि यह इंटरनेशनल स्टैंडर्ड का कोर्स होगा. मैकमिलन और वर्ड्सवर्थ के साथ टाइअप किया जाएगा, और कैंब्रिज यूनिवर्सिटी इसका एसेसमेंट करेगी. उन्होंने कहा कि पहले फेज में पूरी दिल्ली में 50 सेंटर होंगे, जिन्हें बाद में बढ़ा दिया जाएगा. 18 से 35 साल के युवा इसमें दाखिला ले सकेंगे. यह कोर्स 3 से 4 महीने का होगा.

केजरीवाल ने कहा कि दरअसल ‘गरीबों, निचले दर्जे और मिडिल क्लास के बच्चों की अंग्रेजी थोड़ी कमजोर होती है जिसकी वजह से उन्हें नौकरी मिलने में भी दिक्कत आती है. हम नहीं चाहते कि हमारे बच्चे किसी भी क्षेत्र में दूसरे बच्चों से कमजोर हों. इसलिए दिल्ली सरकार ऐसे बच्चों के लिए मुफ़्त स्पोकन इंग्लिश का कार्यक्रम लेकर आई है. जिन बच्चों ने 12वीं पास कर ली है, लेकिन उनकी कम्युनिकेशन स्किल कमजोर है, और उन बच्चों को अंग्रेजी की बेसिक नॉलेज है. तो ऐसे 1 लाख बच्चों को पहले चरण में स्पोकन इंग्लिश की ट्रेनिंग दी जाएगी.’

उन्होंने बताया कि इवनिंग और वीकेंड कोर्स की भी सुविधा दी जाएगी, ताकि जो बच्चे कहीं नौकरी कर रहे हैं उनको यह कोर्स करने में कोई परेशानी ना हो. उन्होंने कहा कि यह कोर्स पूरी तरह से मुफ़्त होगा लेकिन बच्चों में सिरियासनेस पैदा करने के लिए शुरू में उनसे 950 रुपए सिक्योरिटी रखवाई जाएगी, ताकि उसे बच्चे सीरियस लें. स्पोकन कोर्स पूरा होने के बाद सिक्योरिटी राशि 950 रुपए उन्हें वापस दे दी जाएगी.

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘हमें उम्मीद है इस कोर्स की अच्छी डिमांड होगी. हमारा एक ही लक्ष्य है कि गरीबों, समाज का निचला तबका, मिडल क्लास, सभी के बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल सके. उम्मीद है इस कोर्स के बाद बच्चों को नौकरी मिलने में भी आसानी होगी और उनका पर्सनैलिटी डेवलपमेंट भी बेहतर होगा.’

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पिछले 23 सालों से डेडीकेटेड पत्रकार अंज़रुल बारी की पहचान प्रिंट, टीवी और डिजिटल मीडिया में एक खास चेहरे के तौर पर रही है. अंज़रुल बारी को देश के एक बेहतरीन और सुलझे एंकर, प्रोड्यूसर और रिपोर्टर के तौर पर जाना जाता है. इन्हें लंबे समय तक संसदीय कार्रवाइयों की रिपोर्टिंग का लंबा अनुभव है. कई भाषाओं के माहिर अंज़रुल बारी टीवी पत्रकारिता से पहले ऑल इंडिया रेडियो, अलग अलग अखबारों और मैग्ज़ीन से जुड़े रहे हैं. इन्हें अपने 23 साला पत्रकारिता के दौर में विदेशी न्यूज़ एजेंसियों के लिए भी काम करने का अच्छा अनुभव है. देश के पहले प्राइवेट न्यूज़ चैनल जैन टीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर शो 'मुसलमान कल आज और कल' को इन्होंने बुलंदियों तक पहुंचाया, टीवी पत्रकारिता के दौर में इन्होंने देश की डिप्राइव्ड समाज को आगे लाने के लिए 'किसान की आवाज़', वॉइस ऑफ क्रिश्चियनिटी' और 'दलित आवाज़', जैसे चर्चित शोज़ को प्रोड्यूस कराया है. ईटीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर राजनीतिक शो 'सेंट्रल हॉल' के भी प्रोड्यूस रह चुके अंज़रुल बारी की कई स्टोरीज़ ने अपनी अलग छाप छोड़ी है. राजनीतिक हल्के में अच्छी पकड़ रखने वाले अंज़र सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय खबरों पर अच्छी पकड़ रखते हैं साथ ही अपने बेबाक कलम और जबान से सदा बहस का मौज़ू रहे है. डी.डी उर्दू चैनल के शुरू होने के बाद फिल्मी हस्तियों के इंटरव्यूज़ पर आधारित स्पेशल शो 'फिल्म की ज़बान उर्दू की तरह' से उन्होंने खूब नाम कमाया. सामाजिक हल्के में अपनी एक अलग पहचान रखने वाले अंज़रुल बारी 'इंडो मिडिल ईस्ट कल्चरल फ़ोरम' नामी मशहूर संस्था के संस्थापक महासचिव भी हैं.

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