Home ताज़ातरीन महाराष्ट्र में धर्मनिरपेक्ष दलों पर उखड़े असदुद्दीन ओवैसी, बोले- बीजेपी की राह पर चल रही है कांग्रेस

महाराष्ट्र में धर्मनिरपेक्ष दलों पर उखड़े असदुद्दीन ओवैसी, बोले- बीजेपी की राह पर चल रही है कांग्रेस

0
महाराष्ट्र में धर्मनिरपेक्ष दलों पर उखड़े असदुद्दीन ओवैसी, बोले- बीजेपी की राह पर चल रही है कांग्रेस

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष और हैदराबाद सीट से लोकसभा सदस्य असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि मराठों को रिजर्वेशन देने की बात होती हैं तो मुसलमानों को क्यों नहीं? उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के अंदर मुस्लिमों को भी रिजर्वेशन मिलना चाहिए.

दरअसल एआईएमआईएम ने रविवार को ठाणे के मुस्लिम बहुल मुंब्रा में अपने दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया था. इस दौरान ओवैसी ने बीजेपी संघ परिवार पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने ऐसे ग्रुप तैयार किए हैं, जो दाढ़ी देख, टोपी देख लोगों को मारते हैं और सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल करते हैं. राजस्थान में इन गुंडों आतंकवादियों ने किडनैप किया मारा पीटा और यह सब हरियाणा सरकार की गाड़ी में होता है.

इस दो दिवसीय सम्मेलन में अवैसी ने सेक्युलर दलों को भी खूब खरी खोटी सुनाई. उन्होंने शरद पवार और राहुल गांधी को चुनौती देते हुए कहा, ‘अगर एनसीपी और कांग्रेस में रत्ती भर भी सेक्युलरिज्म जिंदा होता तो आप उद्धव को छोड़ चले जाते. आपने उन मुसलमानों को जलील किया है जो देश से प्यार करते हैं. आज शिवसेना सेकुलर हो गई है और सर्टिफिकेट बाट रहे हैं. मैं शरद पवार और राहुल गांधी को चैलेंज करता हूं कि वो बताएं की शिवसेना सेकुलर है की नहीं?’ ओवैसी ने शरद पवार पर हमला बोलते हुए पूर्व मंत्री नवाब मलिक की जमानत का भी जिक्र करते हुए कहा कि देशमुख बाहर है और नवाब मलिक साहब को ज़मानत नहीं मिलेगी.

असदुद्दीन ओवैसी ने आगे कहा कि, ‘औरंगाबाद का नाम बदला गया तो कांग्रेस से कुछ बोलने को कहा तो कहते हैं कि नहीं बोलेंगे, वरना हिंदू वोट नहीं मिलेगा. बीजेपी राजनीति से मुसलमानों को गायब कर चुकी है और अब कांग्रेस भी यही चाहती है.

बता दें कि एमआईएम ने अपने दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन में 16 रेजोल्यूशन को पारित किया. जिनमें मुसलमानों और दलितों के खिलाफ हिंसा, भारत को ‘हिंदू राष्ट्र’ बनाने की संघ परिवार के कुछ नेताओं की मांग के साथ ही यूनिफॉर्म सिविल कोड को लागू न करने की मांग की गई है. क्योंकि यह आर्टिकल 29 के विरोध में है और संविधान के विरोध में है.

इस दौरान ओवैसी ने कहा कि देशभर में हेट क्राइम हो रहा है. इस लिहाज पर लोगों को मारा जा रहा है कि वो मुस्लिम हैं और बैकवर्ड हैं. इन लोगों ने गौरक्षक को नहीं आतंकी पैदा किए है. इसके साथ ही ओवैसी ने कहा कि उनकी पार्टी ने हिंदुत्व के नाम पर लोगों की पीट-पीटकर हत्या के शिकार लोगों के लिए मुआवजे की मांग की है.

Previous article इटली: चट्टान से टकराने के बाद प्रवासी नाव डूबी, 45 लोगों की मौत
Next article “भूकंप पीड़ितों की मदद पर राजनीति मानवता का अपमान” : अमीर ए कतर
पिछले 23 सालों से डेडीकेटेड पत्रकार अंज़रुल बारी की पहचान प्रिंट, टीवी और डिजिटल मीडिया में एक खास चेहरे के तौर पर रही है. अंज़रुल बारी को देश के एक बेहतरीन और सुलझे एंकर, प्रोड्यूसर और रिपोर्टर के तौर पर जाना जाता है. इन्हें लंबे समय तक संसदीय कार्रवाइयों की रिपोर्टिंग का लंबा अनुभव है. कई भाषाओं के माहिर अंज़रुल बारी टीवी पत्रकारिता से पहले ऑल इंडिया रेडियो, अलग अलग अखबारों और मैग्ज़ीन से जुड़े रहे हैं. इन्हें अपने 23 साला पत्रकारिता के दौर में विदेशी न्यूज़ एजेंसियों के लिए भी काम करने का अच्छा अनुभव है. देश के पहले प्राइवेट न्यूज़ चैनल जैन टीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर शो 'मुसलमान कल आज और कल' को इन्होंने बुलंदियों तक पहुंचाया, टीवी पत्रकारिता के दौर में इन्होंने देश की डिप्राइव्ड समाज को आगे लाने के लिए 'किसान की आवाज़', वॉइस ऑफ क्रिश्चियनिटी' और 'दलित आवाज़', जैसे चर्चित शोज़ को प्रोड्यूस कराया है. ईटीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर राजनीतिक शो 'सेंट्रल हॉल' के भी प्रोड्यूस रह चुके अंज़रुल बारी की कई स्टोरीज़ ने अपनी अलग छाप छोड़ी है. राजनीतिक हल्के में अच्छी पकड़ रखने वाले अंज़र सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय खबरों पर अच्छी पकड़ रखते हैं साथ ही अपने बेबाक कलम और जबान से सदा बहस का मौज़ू रहे है. डी.डी उर्दू चैनल के शुरू होने के बाद फिल्मी हस्तियों के इंटरव्यूज़ पर आधारित स्पेशल शो 'फिल्म की ज़बान उर्दू की तरह' से उन्होंने खूब नाम कमाया. सामाजिक हल्के में अपनी एक अलग पहचान रखने वाले अंज़रुल बारी 'इंडो मिडिल ईस्ट कल्चरल फ़ोरम' नामी मशहूर संस्था के संस्थापक महासचिव भी हैं.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here