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महाराष्ट्र के नांदेड़ में बीआरएस की मेगा रैली, केसीआर बोले-किसानों पर दें ध्यान, भाषण से नहीं बनेगा काम

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महाराष्ट्र के नांदेड़ में बीआरएस की मेगा रैली, केसीआर बोले-किसानों पर दें ध्यान, भाषण से नहीं बनेगा काम

महाराष्ट्र के नांदेड़ में भारतीय राष्ट्र समिति ने बड़ी जनसभा का आयोजन किया. खम्मम में मेगा रैली के बाद बीआरएस की ये दूसरी बड़ी जनसभा थी. पार्टी चीफ और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि देश में आजादी के इतने साल बाद भी लोगों को पानी नहीं मिल रहा है. इतनी सरकार आई हैं, और चली गई. उन्होंने आखिर क्या काम किया?

सीसीआर ने कहा कि महाराष्ट्र में इतने किसान आत्महत्या करते हैं, इससे मुझे बहुत दुख होता है. उन्होंने कहा कि ‘अबकी बार किसान सरकार’, अब हमें राष्ट्रीय स्तर पर जाना है. अब एक बड़ा परिवर्तन चाहिए. कई लोग आते हैं और लंबा-लंबा भाषण दे कर चले जाते हैं. मन की बात करके चले जाते हैं. 75 साल बाद भी देश को पानी, बिजली नहीं मिल रहा है. खाली देश में भाषण चल रहा है, किसान पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है.

 

उन्होंने आगे कहा कि आज मेक इन इंडिया जोक बन गया है. कहां गया इनका मेक इन इंडिया? हर चीज तो चीन से आ रही है. हर गली में चाइना बाजार लग रहा है. मेक इन इंडिया है तो चाइना बाजार की जगह भारत बाजार लगना चाहिए. केसीआर ने कहा कि अगर आप किसान सरकार, बीआरएस की सरकार बनाएंगे तो दो साल देश को जगमग कर देंगे.

केसीआर ने रैली से पहले कहा था कि उनकी सरकार की ओर से लागू की जा रही कल्याणकारी और विकासात्मक योजनाओं से आकर्षित होकर पड़ोसी राज्य के कई गांव तेलंगाना में विलय करना चाहते हैं. राव ने हाल ही में कहा था कि 2024 के आम चुनावों में बीआरएस का नारा ‘अब की बार किसान सरकार’ होगा.

नांदेड़ में हुई ये रैली तेलंगाना के बाहर बीआरएस की पहली बड़ी रैली थी. बीआरएस ने बताया कि महाराष्ट्र के विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता पार्टी अध्यक्ष केसीआर की उपस्थिति में बीआरएस पार्टी में शामिल हुए हैं. रैली में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे. बीआरएस प्रमुख और मुख्यमंत्री केसीआर का नांदेड़ पहुंचने पर पार्टी के नेताओं ने गर्मजोशी से स्वागत किया था. केसीआर ने सबसे पहले नांदेड़ में गुरुद्वारे में मत्था टेका.

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पिछले 23 सालों से डेडीकेटेड पत्रकार अंज़रुल बारी की पहचान प्रिंट, टीवी और डिजिटल मीडिया में एक खास चेहरे के तौर पर रही है. अंज़रुल बारी को देश के एक बेहतरीन और सुलझे एंकर, प्रोड्यूसर और रिपोर्टर के तौर पर जाना जाता है. इन्हें लंबे समय तक संसदीय कार्रवाइयों की रिपोर्टिंग का लंबा अनुभव है. कई भाषाओं के माहिर अंज़रुल बारी टीवी पत्रकारिता से पहले ऑल इंडिया रेडियो, अलग अलग अखबारों और मैग्ज़ीन से जुड़े रहे हैं. इन्हें अपने 23 साला पत्रकारिता के दौर में विदेशी न्यूज़ एजेंसियों के लिए भी काम करने का अच्छा अनुभव है. देश के पहले प्राइवेट न्यूज़ चैनल जैन टीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर शो 'मुसलमान कल आज और कल' को इन्होंने बुलंदियों तक पहुंचाया, टीवी पत्रकारिता के दौर में इन्होंने देश की डिप्राइव्ड समाज को आगे लाने के लिए 'किसान की आवाज़', वॉइस ऑफ क्रिश्चियनिटी' और 'दलित आवाज़', जैसे चर्चित शोज़ को प्रोड्यूस कराया है. ईटीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर राजनीतिक शो 'सेंट्रल हॉल' के भी प्रोड्यूस रह चुके अंज़रुल बारी की कई स्टोरीज़ ने अपनी अलग छाप छोड़ी है. राजनीतिक हल्के में अच्छी पकड़ रखने वाले अंज़र सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय खबरों पर अच्छी पकड़ रखते हैं साथ ही अपने बेबाक कलम और जबान से सदा बहस का मौज़ू रहे है. डी.डी उर्दू चैनल के शुरू होने के बाद फिल्मी हस्तियों के इंटरव्यूज़ पर आधारित स्पेशल शो 'फिल्म की ज़बान उर्दू की तरह' से उन्होंने खूब नाम कमाया. सामाजिक हल्के में अपनी एक अलग पहचान रखने वाले अंज़रुल बारी 'इंडो मिडिल ईस्ट कल्चरल फ़ोरम' नामी मशहूर संस्था के संस्थापक महासचिव भी हैं.

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