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बीजेपी ने मुख्तार अब्बास नकवी को नहीं दिया राज्यसभा का टिकट, मंत्री मंडल से होगी छुट्टी

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बीजेपी ने मुख्तार अब्बास नकवी को नहीं दिया राज्यसभा का टिकट, मंत्री मंडल से होगी छुट्टी

 

इस बार बीजेपी के वरिष्ठ नेता मुख्तार अब्बास नकवी को बीजेपी ने राज्य सभा का टिकट नहीं दिया. नकवी का कार्यकाल जुलाई में समाप्त हो जाएगा. माना जा रहा है कि नकवी को अब मंत्री पद छोड़ना पड़ सकता है. नकवी के साथ ही राज्य सभा सांसद और पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता जफ़र इस्लाम को भी बीजेपी ने इस बार टिकट नहीं दिया है. राज्यसभा के द्विवार्षिक चुनाव के लिए सोमवार देर रात उत्तर प्रदेश से और दो उम्मीदवारों के नामों की घोषणा बीजेपी ने की. दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय के एक बयान में उत्तर प्रदेश से अपने उम्मीदवार के रूप में मिथिलेश कुमार और के. लक्ष्मण को जगह दी.
बता दें कि मिथिलेश कुमार शाहजहांपुर से लोकसभा के पूर्व सदस्य हैं. वो 2009 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर लोकसभा के लिए चुने गए थे. एक बार निर्दलीय (2002-2007) और फिर समाजवादी पार्टी के टिकट (2007-2012) पर शाहजहांपुर जिले के पोवायां विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे हैं. के. लक्ष्मण बीजेपी के ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. वो बीजेपी की तेलंगाना इकाई के पूर्व अध्यक्ष भी रह चुके हैं. इसके साथ ही बीजेपी ने राज्यसभा चुनाव के लिए उप्र से आठ उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है.
पार्टी ने रविवार को उत्तर प्रदेश से कुल छह उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की थी. अग्रवाल 2002 से लगातार गोरखपुर सदर सीट से विधायक चुने जाते रहे हैं लेकिन हाल में हुए विधानसभा चुनाव में उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए अपनी सीट छोड़ दी थी. बीजेपी नेतृत्व ने अग्रवाल के अलावा पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेई, मौजूदा राज्यसभा सदस्य सुरेंद्र सिंह नागर, बाबूराम निषाद, दर्शना सिंह और संगीता यादव को भी राज्यसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार अपना बनाया है.
बाबूराम निषाद वर्तमान में उत्तर प्रदेश पिछड़ा वर्ग वित्त विकास निगम के अध्यक्ष हैं. दर्शना सिंह बीजेपी की महिला इकाई की प्रदेश अध्यक्ष रह चुकी हैं. वहीं, संगीता यादव गोरखपुर जिले की चौरी चौरा विधानसभा सीट से विधायक रह चुकी हैं. उत्तर प्रदेश विधानसभा के हाल में संपन्न चुनाव में बीजेपी ने 255 सीट जीती थी जबकि उसके सहयोगी अपना दल सोनेलाल को 12 तथा निषाद पार्टी को छह सीटों पर कामयाबी हासिल हुई थी.
मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी ने 111 सीटों पर जीत हासिल की थी जबकि उसके सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल को आठ और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी को छह सीटें मिली थीं. उत्तर प्रदेश विधानसभा में कुल 273 विधायकों के साथ बीजेपी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन अपने आठ उम्मीदवारों को आसानी से राज्यसभा का चुनाव जीता सकता है.
सबसे बड़ी बात नकवी को टिकट नहीं मिलना है. नकवी को पूरी उम्मीद थी कि पार्टी उन्हें फिर से राज्य सभा भेजेगी लेकिन ऐसा संभव नहीं हुआ. ऐसे में अब नकवी को मंत्री पद छोड़ना होगा. हालांकि अभी वो छह महीने तक मंत्री बने रह सकते हैं. माना जा रहा है कि बीजेपी नकवी को लेकर कोई और विचार कर रही है. नकवी को आगे कहाँ सेट किया जाएगा इसे देखना होगा.

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