कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के बीच ही पार्टी अध्यक्ष का चुनाव भी सुर्ख़ियों में हैं. पहले माना जा रहा था कि राहुल गांधी अंतिम समय में अध्यक्ष पद के लिए हामी भर देंगे. लेकिन उन्होंने साफ़ कर दिया है कि वो अध्यक्ष चुनाव में कोई रूचि नहीं रखते. उनका मकसद कांग्रेस को मजबूत करना है और बीजेपी – संघ की विचारधारा को चुनौती देना है. राहुल के इस ऐलान के बाद कांग्रेस के भीतर अध्यक्ष बनने की होड़ लगी है. पहले अशोक गहलोत का नाम ही आगे चल रहा था, लेकिन पिछले सप्ताह जैसे ही शशि थरूर ने चुनाव लड़ने का ऐलान किया और सोनिया गांधी से मुलाकात की, इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष बनने की रेस
में अभी तक दो और नए नाम सामने आ गए हैं. एक नाम दिग्विजय सिंह का है तो दूसरा नाम मनीष तिवारी का. अंतिम समय में क्या फैसला होता है इसे देखना होगा. लेकिन चार नामो की चर्चा होने लगी है. कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव के लिए अब दावेदारों की संख्या बढ़ने लगी है.
सूत्रों के मुताबिक, दिग्विजय सिंह आज दिल्ली पहुंचेंगे, जहां वो पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात कर सकते हैं. उन्होंने मीडिया से बातचीत में खुद को भी दावेदार बताया था. मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ का नाम भी चर्चा में था. लेकिन सूत्रों ने बताया कि 30 सितंबर तक उनका दिल्ली जाने का कोई कार्यक्रम नहीं हैं. इधर मनीष तिवारी से जुड़े करीबी सूत्रों ने बताया कि वो पार्टी के स्टेट डेलिगेट्स से मिलने के लिए अपने निर्वाचन क्षेत्र में गए थे. ये स्टेट डेलिगेट्स चुनाव में वोटर हैं. अध्यक्ष पद के हर उम्मीदवार को प्रदेश कांग्रेस कमेटी का चुनाव लड़ने के लिए 10 डेलिगेट्स की जरूरत होती है. ये डेलिगेट्स ही उम्मीदवार के नाम को प्रस्तावित करते हैं.
मनीष तिवारी कांग्रेस के उस जी-23 ग्रुप का हिस्सा हैं, जिन्होंने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी में सुधार की मांग की थी. इस साल 26 अगस्त को जी -23 समूह के सदस्य गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस की संगठनात्मक चुनाव प्रक्रिया को तमाशा और दिखावा करार देते हुए इस्तीफा दे दिया था. तिवारी पंजाब के श्री आनंदपुर लोकसभा सीट से सांसद हैं. सूत्रों के मुताबिक, तिवारी 24 सितंबर को दिल्ली पहुंच रहे हैं. दिल्ली में ही वो अपने समर्थकों से चर्चा करेंगे. इसके बाद चुनाव लड़ने से जुड़ा फैसला लेंगे. तिवारी 5 साल तक एनएसयूआई और 2 साल तक यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष भी रह चुके हैं.
उधर, राज्यसभा सांसद और मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के महासचिव रह चुके हैं. साथ ही मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रह चुके हैं. बुधवार को एक चैनल को दिए इंटरव्यू में दिग्विजय सिंह ने राहुल गांधी से अध्यक्ष पद संभालने की अपील की थी. जब उनसे पूछा गया कि क्या वह राहुल के अलावा अशोक गहलोत या शशि थरूर को नेतृत्व की भूमिका में पसंद करेंगे, तो दिग्विजय सिंह ने कहा-चलो देखते हैं। मैं खुद को भी खारिज नहीं कर रहा हूं, आप मुझे बाहर क्यों रखना चाहते हैं? दिग्विजय ने कहा कि हर किसी को चुनाव लड़ने का अधिकार है. आपको 30 तारीख की शाम को जवाब पता चल जाएगा.
पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर केरल के तिरुअनंतपुरम से लोकसभा सांसद हैं. वो ऑल इंडिया प्रोफेशनल कांग्रेस के अध्यक्ष भी हैं. वो कांग्रेस के जी -23 नेताओं में से एक हैं. 19 सितंबर को कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने सोनिया से चुनाव लड़ने की इजाजत मांगी. हालांकि सोनिया ने उन्हें साफ शब्दों में कहा कि चुनाव लड़ने का फैसला आपका है. यानी ये आपका कॉल है, पार्टी की चुनावी प्रक्रिया तय नियमों के हिसाब से ही होंगी. इसमें सभी को बराबर का अधिकार है. थरूर सुबह कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे और सेंट्रल इलेक्शन अथॉरिटी से मुलाकात की.
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का नाम अध्यक्ष की रेस में सबसे आगे हैं. इस सिलसिले में उन्होंने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से बुधवार शाम दो घंटे बातचीत की. दोनों नेताओं के बीच क्या बातचीत हुई, यह पता नहीं चल पाया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सोनिया ने इतना ही कहा कि पार्टी अध्यक्ष पद के लिए इस चुनाव में वो किसी का फेवर नहीं करेंगींं. उधर, गहलोत गुरुवार को राहुल गांधी से मिलने कोच्चि भी गए. उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘मैं एक बार और प्रयास कर रहा हूं राहुल गांधी को अध्यक्ष पद के लिए मनाने का. राहुल गांधी के हां या ना कहने पर ही मैं वापस आऊंगा. इसके बाद आगे का मूवमेंट तय होगा.
सीएम और अध्यक्ष दोनों पदों पर रहने के सवाल पर गहलोत ने कहा कि समय बताएगा कि मैं कहा रहूंगा, कहां नहीं रहूंगा. एक पद, एक व्यक्ति फॉर्मूले पर उन्होंने कहा कि मेरी इच्छा तो ये है कि मैं किसी पद पर न रहूं, क्योंकि मैं बहुत पद पर रह चुका हूं. मेरे उपस्थिति से पार्टी को फायदा होना चाहिए, कांग्रेस मजबूत होनी चाहिए, मैं यह चाहता हूं. गहलोत ने कहा कि इतने सालों में पार्टी ने मुझे बहुत कुछ दिया है.’
कांग्रेस इलेक्शन कमेटी के चेयरमैन मधुसूदन मिस्त्री ने अध्यक्ष चुनाव के लिए गुरुवार को नोटिफिकेशन जारी किया. नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया 24 से 30 सितंबर तक चलेगी. 1 अक्टूबर को नॉमिनेशन की जांच की जाएगी और उसी दिन वैलिड कैंडिडेट्स की लिस्ट जारी की जाएगी.