Home ताज़ातरीन दूतावास की बात को नजरंदाज करना पड़ गया भारी, ईरानी विदेशमंत्री ने रद्द किया भारत का दौरा

दूतावास की बात को नजरंदाज करना पड़ गया भारी, ईरानी विदेशमंत्री ने रद्द किया भारत का दौरा

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दूतावास की बात को नजरंदाज करना पड़ गया भारी, ईरानी विदेशमंत्री ने रद्द किया भारत का दौरा

ईरानी विदेश मंत्री हुसैन आमिर अब्दुल्लाहियान ने अगले महीने प्रस्तावित अपने भारत दौरे को रद्द कर दिया है. विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियान को तीन और चार मार्च को दिल्ली में आयोजित हो रहे ‘रायसीना डायलॉग’ में शामिल होना था. ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन द्वारा विदेश मंत्रालय के सहयोग से आयोजित कार्यक्रम ‘रायसीना डायलॉग’ में उन्हें शामिल था. इंडियन एक्‍सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान ने आयोजकों से कहा है कि उनके मंत्री कार्यक्रम में हिस्‍सा नहीं लेंगे.

बताया जा रहा है कि आयोजकों द्वारा एक प्रमोशनल वीडियो को लेकर ईरानी दूतावास ने एतराज जताते हुए उसमें से ईरान का पार्ट हटाने का आग्रह किया था, मगर ईरानी दूतावास के एतराज को नजरंदाज कर दिया गया. ये वीडियो एक मिनट और 50 सेकंड का बताया जा रहा है. इसमें यूक्रेन-रूस युद्ध, दक्षिण चीन सागर में चीन के आक्रामक तेवर और ईरान में महिलाओं के विरोध सहित प्रमुख वैश्विक चुनौतियों को दर्शाया गया है.

बता दें कि ईरानी पक्ष को लगता है कि इस वीडियो क्लिप में उनके देश को गलत तरीके से दिखाया गया है. ‘रायसीना डायलॉग’ को भू-राजनीति और भू-आर्थिकी पर भारत का अहम सम्मेलन माना जाता है. इसका आयोजन हर साल विदेश मंत्रालय के सहयोग से ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ओआरएफ) द्वारा किया जाता रहा है.

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पिछले 23 सालों से डेडीकेटेड पत्रकार अंज़रुल बारी की पहचान प्रिंट, टीवी और डिजिटल मीडिया में एक खास चेहरे के तौर पर रही है. अंज़रुल बारी को देश के एक बेहतरीन और सुलझे एंकर, प्रोड्यूसर और रिपोर्टर के तौर पर जाना जाता है. इन्हें लंबे समय तक संसदीय कार्रवाइयों की रिपोर्टिंग का लंबा अनुभव है. कई भाषाओं के माहिर अंज़रुल बारी टीवी पत्रकारिता से पहले ऑल इंडिया रेडियो, अलग अलग अखबारों और मैग्ज़ीन से जुड़े रहे हैं. इन्हें अपने 23 साला पत्रकारिता के दौर में विदेशी न्यूज़ एजेंसियों के लिए भी काम करने का अच्छा अनुभव है. देश के पहले प्राइवेट न्यूज़ चैनल जैन टीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर शो 'मुसलमान कल आज और कल' को इन्होंने बुलंदियों तक पहुंचाया, टीवी पत्रकारिता के दौर में इन्होंने देश की डिप्राइव्ड समाज को आगे लाने के लिए 'किसान की आवाज़', वॉइस ऑफ क्रिश्चियनिटी' और 'दलित आवाज़', जैसे चर्चित शोज़ को प्रोड्यूस कराया है. ईटीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर राजनीतिक शो 'सेंट्रल हॉल' के भी प्रोड्यूस रह चुके अंज़रुल बारी की कई स्टोरीज़ ने अपनी अलग छाप छोड़ी है. राजनीतिक हल्के में अच्छी पकड़ रखने वाले अंज़र सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय खबरों पर अच्छी पकड़ रखते हैं साथ ही अपने बेबाक कलम और जबान से सदा बहस का मौज़ू रहे है. डी.डी उर्दू चैनल के शुरू होने के बाद फिल्मी हस्तियों के इंटरव्यूज़ पर आधारित स्पेशल शो 'फिल्म की ज़बान उर्दू की तरह' से उन्होंने खूब नाम कमाया. सामाजिक हल्के में अपनी एक अलग पहचान रखने वाले अंज़रुल बारी 'इंडो मिडिल ईस्ट कल्चरल फ़ोरम' नामी मशहूर संस्था के संस्थापक महासचिव भी हैं.

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