झारखंड में एक बार फिर से राजनीति बदलती दिख रही है. 17 तारीख को सीएम हेमंत सोरेन से ईडी की पूछताछ होनी है. जिसको लेकर सत्ता पक्ष अलर्ट हो गया है. सत्ता पक्ष ने यूपीए के सभी विधायकों को राजधानी रांची के पास ही रहने को कहा है. विधायकों से कहा गया है कि वो राज्य से बाहर न जायें और सूचना पर तुरंत राजधानी पहुंचे. इधर, कांग्रेस के मंत्री आलमगीर आलम, बन्ना गुप्ता, प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, विधायक प्रदीप यादव, दीपिका पांडेय, अनूप सिंह सहित कई विधायकों व नेताओं को महाराष्ट्र के औरंगाबाद जाना था. कांग्रेस नेताओं ने भी अपना दौरा रद्द कर दिया है.
इधर, झामुमो के सभी विधायक राजधानी में जुट गये हैं. मंगलवार देर शाम झामुमो विधायकों की सीएम के साथ बैठक हुई. इसमें भावी कार्य योजना पर चर्चा हुई. झामुमो विधायकों ने स्थापना दिवस कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के कार्यक्रम को रद्द किये जाने और राज्यपाल रमेश बैस की समारोह से अनुपस्थिति पर भी चर्चा की. बुधवार को यूपीए विधायकों की बैठक बुलायी गयी है.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय से वर्तमान परिस्थिति पर चर्चा की. प्रभारी से आग्रह किया कि वो राज्य में राजनीतिक परिस्थितियों को देखते हुए मंत्रियों वो विधायकों के राज्य से बाहर के कार्यक्रम को कुछ दिनों के लिए स्थगित करें. मुख्यमंत्री हेमंत ने विधायक दल के नेता आलमगीर आलम से भी बात की है. आलम के साथ रणनीति पर चर्चा हुई. बीजेपी के खिलाफ सड़क पर आंदोलन की रणनीति बनी.
उधर, कांग्रेस भवन में कांग्रेस विधायकों की बैठक हुई. प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, मंत्री आलमगीर आलम के साथ विधायकों की मंत्रणा हुई. विधायकों व नेताओं को भारत जोड़ो यात्रा में जाना था. बदली परिस्थिति के बीच यात्रा रद्द होने के बाद विधायकों ने बैठक की. बैठक में मंत्री बन्ना गुप्ता, प्रदीप यादव, दीपिका पांडेय, शिल्पी नेहा तिर्की सहित कई लोग शामिल थे. देर शाम को विधायक आलमगीर आलम के आवास पर भी बैठक हुई.
झामुमो नेता स्टीफन मरांडी ने कहा है कि वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए भारत जोड़ो यात्रा के लिए बाहर जाने का कार्यक्रम रद्द किया गया है. बीजेपी साजिश में लगी है. बुधवार को यूपीए विधायक दल की बैठक में आगे की रणनीति बनेगी.