जमाअत इस्लामी हिन्द का एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल संगठन के राष्ट्रीय सचिव मुहम्मद अहमद के नेतृत्व में उत्तराखंड के जोशीमठ पहुंचा है. स्थानीय प्रभावितों से मुलाकात के दौरान जमाअत के सचिव ने कहा कि उनका संगठन पीड़ितों के साथ है. उन्होंने आश्वासन दिलाते हुए कहा कि जमाअत इस्लामी हिन्द राहत कार्य में हर संभव सहयोग प्रदान करेगी. जमात के प्रतिनिधिमंडल ने मांग की है कि वहां उपस्थित शासन एवं प्रशासन के अधिकारी मानवीय आधार पर पीड़ितों के पुनर्वास में अधिक से अधिक सहयोग करें, उनकी समस्याओं के समाधान में अधिक गंभीरता एवं सक्रियता दिखाएं.
इस बीच प्रभावित परिवारों द्वारा जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति के नेतृत्व में अपनी मांगों को लेकर तहसील कार्यालय पर प्रदर्शन भी किया जा रहा है. प्रतिनिधिमंडल ने जोशीमठ के पदाधिकारियों से भी मुलाकात की और उनके साथ एकजुटता और प्रभावितों के प्रति सहानुभूति भी व्यक्त की. जोशीमठ के अधिकारियों ने इस मुश्किल घड़ी में सहयोग की बात पर न सिर्फ खुशी जाहिर की, बल्कि उन्हों ने कहा कि इस अवसर पर धर्म और राष्ट्रीयता के भेदभाव के बिना एक दूसरे के सहयोग से साथ मिलकर काम करने की जरूरत है.
प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने जोशीमठ में मुस्लिम समुदाए के पदाधिकारियों से भी मुलाकात कर उनका हाल जाना और उन्हें हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया. बता दें कि जोशीमठ में मुसलमानों के 20 से अधिक घर हैं. मुलाकात के दौरान प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने प्रभावित स्थानों और घरों का भी निरीक्षण किया.
गौरतलब है कि जोशीमठ से वापसी के बाद प्रतिनिधिमंडल जमाअत इस्लामी हिन्द के पदाधिकारियों को अपनी विस्तृत रिपोर्ट पेश करेगा. जिसके तहत संगठन के अधिकारी राहत कार्य और वित्तीय सहायता के लिए एक योजना और कार्यान्वयन योजना तैयार करेंगे.
याद रहे कि वर्तमान में जोशीमठ समेत कुछ अन्य क्षेत्रों में घरों के अंदर दरारें पड़ने, भूस्खलन व अन्य कारणों से बड़ी संख्या में लोग प्रभावित हुए हैं. ऐसे में प्रभावित लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. प्रशासन द्वारा सैकड़ों घरों को चिन्हित कर खाली करा लिया गया है. अबतक सैंकड़ों प्रभावित परिवारों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचा दिया गया है, और उन घरों को ढहाने का सिलसिला शुरू कर दिया गया है.