गुजरात विधानसभा में चुने हुए विधायकों को लेकर एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है. हाल ही में ख़त्म हुए विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने वाले 182 सदस्यों में से कुल 151 विधायक करोड़पति हैं. एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) और गुजरात इलेक्शन वॉच (जीईडब्ल्यू) द्वारा किए गई एक रिसर्च में यह बात सामने आई है.
एडीआर द्वारा की गई जांच और अध्ययन के मुताबिक 74 विधायक फिर से चुने गए और उनकी संपत्ति में औसतन 2.61 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई है, जो 2017 की तुलना में 40 प्रतिशत अधिक है.
अध्यन से पता चला है कि इन 151 करोड़पति विधायकों में से 73 विधायकों के पास पांच करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति है और 73 के पास दो करोड़ रुपये से पांच करोड़ रुपये के बीच की संपत्ति है. गुजरात में विजेता उम्मीदवार की औसत संपत्ति अब 16.41 करोड़ रुपये है, जो 2017 के आंकड़े 8.46 करोड़ रुपये से लगभग दोगुनी है.
जांच में ये भी पता चला है कि 661 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ बीजेपी के मनसा से विधायक जे.एस पटेल सबसे अमीर विधायक हैं. इसके बाद सिद्धपुर से बीजेपी के ही विधायक बलवंतसिंह राजपूत (372 करोड़ रुपये) दूसरे स्थान पर, जबकि तीसरे स्थान पर भी बीजेपी के राजकोट दक्षिण सीट से विधायक रमेश तिलाला (175 करोड़ रुपये) हैं.
हालांकि साल 2017 के चुनावों में जीत हासिल करने वाले करोड़पति विधायकों (1 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति) की संख्या 141 थी. जबकि इस बार विधानसभा में चुनकर आए 83 प्रतिशत विधायक करोड़पति हैं. इस रिसर्च में यह भी पता चला है कि सत्तारूढ़ दल बीजेपी के 132 विधायक करोड़पति हैं, उसके बाद कांग्रेस के 14, तीन निर्दलीय के अलावा आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी का एक-एक विधायक करोड़पति है.
एडीआर चुनाव सुधारों के लिए काम करता है और विधायकों के स्व-शपथपत्रों का विश्लेषण करने के बाद ऐसी रिपोर्ट तैयार करता है. गौरतलब है कि बीजेपी ने 182 सदस्यीय सदन में रिकॉर्ड 156 सीट जीतकर गुजरात में लगातार सातवीं बार जीत हासिल की है.