Home ताज़ातरीन क्या भारत में फिर से बढ़ा कोरोना का खतरा ?

क्या भारत में फिर से बढ़ा कोरोना का खतरा ?

0
क्या भारत में फिर से बढ़ा कोरोना का खतरा ?

चीन में कोरोना के मामले काफी बढ़ गए हैं. रिपोर्ट के मुताबिक चीन में बड़ी संख्या में कोरोना से मौत भी हो रही है. इसके बाद कहा जाने लगा है कि भारत में एक बार फिर कोरोना का खतरा मंडराने लगा है. इसे देखते हुए केंद्र सरकार भी अलर्ट हो गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने सीनियर अधिकारियों और विशेषज्ञों के साथ बैठक की. जिनमें उन्होंने कहा कि कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है.

उधर, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज अधिकारियों और मंत्रियों की इमरजेंसी बैठक बुलाई है. दूसरी तरफ, यूपी के सीएम योगी ने भी कोरोना को लेकर समीक्षा बैठक बुलाई है. यूपी सरकार ने विदेशों से आने वाले यात्रियों की जांच करने के आदेश दिए हैं.

बता दें कि चीन में कोरोना के बिगड़ते हालात को देखते हुए मंगलवार को केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को पत्र लिखा था. इसमें कहा गया था कि सभी पॉजिटिव केस के सैम्पल्स जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजें, ताकि कोरोना के नए वैरिएंट का पता लगाया जा सके.

देश में कोरोना से जुड़े अपडेट्स पर नजर डालें तो कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर उत्तराखंड सरकार अलर्ट पर है, इसे लेकर नई SOP जारी की जाएगी. सीरम इंस्टीट्यूट के अदार पूनावाला ने कहा है कि भारतीयों को वैक्सीनेशन और ट्रैक रिकॉर्ड के बढ़ते कोरोना केसेस से पैनिक होने की जरूरत नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि लोगों को सरकार के निर्देशों का पालन करना चाहिए. उड़ीसा राज्य सरकार ने भी लोगों से कोविड नियमों के पालन को लेकर गाइडलाइन्स जारी की हैं.

बुधवार को हेल्थ मिनिस्ट्री की हाई लेवल मीटिंग में मंडाविया ने कहा कि कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है, पर भारत हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार है. हमने सभी संबंधित लोगों को अलर्ट रहने और निगरानी बढ़ाने को कहा है. सूत्रों के मुताबिक एयरपोर्ट्स पर विदेशी यात्रियों की रैंडम सैंपलिंग भी शुरू कर दी गई है.

केंद्र सरकार की एक रिपोर्ट्स के मुताबिक कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन सब-वैरिएंट BF.7 के मामले सामने आए थें. कुल 4 मामले दर्ज किए गए थे, जिनमें तीन गुजरात से और एक ओडिशा से थे. इसके बाद देश में सब-वैरिएंट का कोई और मामला रिपोर्ट नहीं किया गया था.

रिपोर्ट के मुताबिक, वडोदरा में एक NRI महिला में ओमिक्रॉन सब-वैरिएंट BF.7 के इसके लक्षण मिले थे. वह अमेरिका से वडोदरा आई थी. उसके कॉन्टैक्ट में आए 2 अन्य लोगों की भी जांच हुई थी. हालांकि उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई थी. बाद में महिला ठीक हो गई थी. इसके अलावा दो अन्य केस अहमदाबाद और ओडिशा में भी मिले थे.

Previous article तालिबान का फरमान : लड़कियों के लिए यूनिवर्सिटी शिक्षा पर बैन
Next article कोरोना का भय : क्या ‘भारत जोड़ो यात्रा’ रोकना चाहती है बीजेपी ?
पिछले 23 सालों से डेडीकेटेड पत्रकार अंज़रुल बारी की पहचान प्रिंट, टीवी और डिजिटल मीडिया में एक खास चेहरे के तौर पर रही है. अंज़रुल बारी को देश के एक बेहतरीन और सुलझे एंकर, प्रोड्यूसर और रिपोर्टर के तौर पर जाना जाता है. इन्हें लंबे समय तक संसदीय कार्रवाइयों की रिपोर्टिंग का लंबा अनुभव है. कई भाषाओं के माहिर अंज़रुल बारी टीवी पत्रकारिता से पहले ऑल इंडिया रेडियो, अलग अलग अखबारों और मैग्ज़ीन से जुड़े रहे हैं. इन्हें अपने 23 साला पत्रकारिता के दौर में विदेशी न्यूज़ एजेंसियों के लिए भी काम करने का अच्छा अनुभव है. देश के पहले प्राइवेट न्यूज़ चैनल जैन टीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर शो 'मुसलमान कल आज और कल' को इन्होंने बुलंदियों तक पहुंचाया, टीवी पत्रकारिता के दौर में इन्होंने देश की डिप्राइव्ड समाज को आगे लाने के लिए 'किसान की आवाज़', वॉइस ऑफ क्रिश्चियनिटी' और 'दलित आवाज़', जैसे चर्चित शोज़ को प्रोड्यूस कराया है. ईटीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर राजनीतिक शो 'सेंट्रल हॉल' के भी प्रोड्यूस रह चुके अंज़रुल बारी की कई स्टोरीज़ ने अपनी अलग छाप छोड़ी है. राजनीतिक हल्के में अच्छी पकड़ रखने वाले अंज़र सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय खबरों पर अच्छी पकड़ रखते हैं साथ ही अपने बेबाक कलम और जबान से सदा बहस का मौज़ू रहे है. डी.डी उर्दू चैनल के शुरू होने के बाद फिल्मी हस्तियों के इंटरव्यूज़ पर आधारित स्पेशल शो 'फिल्म की ज़बान उर्दू की तरह' से उन्होंने खूब नाम कमाया. सामाजिक हल्के में अपनी एक अलग पहचान रखने वाले अंज़रुल बारी 'इंडो मिडिल ईस्ट कल्चरल फ़ोरम' नामी मशहूर संस्था के संस्थापक महासचिव भी हैं.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here