राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत ने अध्यक्ष पद के चुनाव से अब दूरी बना ली है. गुरुवार को सोनिया से मुलाकात के बाद उन्होंने यह फैसला किया है. इधर, शुक्रवार को केरल के तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह नामांकन दाखिल करने की तैयारी कर रहे हैं. 30 सितंबर, नामांकन की अंतिम तारीख है. लेकिन इसी बीच एक नया खेल सामने आता दिख रहा है. इस खेल में कई नामो की चर्चा जारी है. एक नया नाम प्रियंका गांधी वाड्रा का भी सामने आ रहा है. प्रियंका की सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद कहा जा रहा है कि प्रियंका भी चुनाव लड़ सकती है. हालांकि इसकी कोई पुष्टि नहीं हुई है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, सोनिया गुरुवार को प्रियंका के आवास पर पहुंची थीं. खबर है कि प्रियंका वहां करीब एक घंटे तक रहीं. रिपोर्ट के अनुसार, पार्टी हलको में भी प्रियंका पर चुनाव लड़ने के लिए पड़ रहे दवाब पर चर्चाएं हैं. खास बात है कि राजस्थान का सियासी घटनाक्रम हो या कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के लिए उम्मीदवार की तलाश, पार्टी महासचिव इन मामलों से फिलहाल दूर नजर आ रही हैं.
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी इस बार पार्टी की कमान संभालने के मूड में नजर नहीं आ रहे हैं. खबरें हैं कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समेत कई नेताओं के कहने के बाद भी उन्होंने चुनाव में उतरने से इनकार कर दिया है. समाचार एजेंसी एएनआई ने एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया था कि राहुल पार्टी के शीर्ष पद को किसी गैर-गांधी को सौंपना चाहते हैं और इसलिए वह प्रियंका गांधी को भी नामांकन नहीं करने दे रहे हैं.
बुधवार को ही कांग्रेस सांसद अब्दुल खालिक ने प्रियंका गांधी वाड्रा से पार्टी अध्यक्ष का पद संभालने की अपील की थी. उन्होंने तर्क दिया था कि वह वाड्रा परिवार की बहू हैं और इसके चलते वह गांधी परिवार की सीधे तौर पर सदस्य नहीं हैं. उन्होंने ट्वीट किया, ‘जैसा कि राहुल गांधी दोबारा कांग्रेस के अध्यक्ष बनने से इनकार कर रहे हैं, तो मेरे विचार से प्रियंका गांधी सबसे बेहतर उम्मीदवार हैं. वाड्रा परिवार की बहु होने के चलते, वह अब भारतीय परंपरा के अनुसार गांधी परिवार की सदस्य नहीं हैं.’
उधर, गुरुवार शाम कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा के आवास पर नेताओं की बैठक हुई. एएनआई के अनुसार, सूत्रों ने बताया कि नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव को लेकर बन रही स्थिति पर चर्चा की और ये नेता दोबारा फिर मीटिंग करेंगे. संभावनाएं जताई जा रही हैं कि समूह से कोई नेता शुक्रवार को पार्टी अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल कर सकता है. इस बैठक में पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण और हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा शामिल थे.