Friday, March 29, 2024
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क्या अगला लोकसभा चुनाव केजरीवाल बनाम मोदी होगा ?

सीबीआई छापे के बाद दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने दावा किया है कि2024 का लोकसभा चुनाव मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बनाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी होगा. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल को डराने के लिए सभी हथकंडे आजमा रहे हैं. सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली की आबकारी नीति पूरी पारदर्शिता के साथ लागू की गई थी और कोई घोटाला नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि ये लोग (केंद्र सरकार) अरविंद केजरीवाल को रोकना चाहते हैं, जिनके द्वारा शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में किए गए काम की दुनियाभर में चर्चा हो रही है.

गौरतलब है कि सीबीआई ने दिल्ली की आबकारी नीति के क्रियान्वयन में कथित भ्रष्टाचार के संबंध में प्राथमिकी दर्ज करने के बाद शुक्रवार सुबह सिसोदिया और आईएएस (भारतीय प्रशासनिक सेवा) अधिकारी आरव गोपी कृष्ण के आवास पर छापे मारे थे. जांच एजेंसी ने 19 अन्य स्थानों की भी तलाशी ली थी. उपमुख्यमंत्री ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मेरे परिवार को कोई असुविधा न होने देने के लिए उनका आभार जताना चाहता हूं. वो अच्छे अधिकारी हैं, लेकिन उन्हें छापे मारने के लिए ऊपर से आदेश मिले हैं.’’

सिसोदिया ने दावा किया कि इन लोगों (केंद्र सरकार) को घोटाले की चिंता नहीं है, इन लोगों की चिंता अरविंद केजरीवाल हैं, जिनसे जनता प्यार करती है और जो ‘राष्ट्रीय स्तर पर एक विकल्प’ के रूप में उभरे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें आबकारी नीति में किसी घोटाले की चिंता नहीं है. उन्हें केजरीवाल की चिंता है, जिन्हें जनता का प्यार मिला है, खासतौर पर पंजाब विधानसभा चुनाव में पार्टी की जीत के बाद. वो शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में किए जा रहे अच्छे काम को रोकना चाहते हैं. उन्होंने सबसे पहले स्वास्थ्य विभाग संभाल रहे सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार किया और मुझे भी अगले कुछ दिनों में गिरफ्तार कर लिया जाएगा.’’
सिसोदिया ने आबकारी नीति 2021-22 को ‘सबसे अच्छी नीति’ बताया और कहा कि इसके क्रियान्वयन में ‘कुछ गलत नहीं’ हुआ, बल्कि यह केजरीवाल को डराने की एक साजिश है.

उन्होंने कहा, ‘‘यह प्रधानमंत्री को शोभा नहीं देता है, जिन्हें जनादेश मिला है. केजरीवाल और मोदी में फर्क यह है कि केजरीवाल गरीब लोगों के बारे में सोचते हैं और मोदी अपने चुनिंदा मित्रों की फिक्र करते हैं.’’ सिसोदिया ने कहा, ‘‘केजरीवाल उन लोगों की सराहना करते हैं, जो अच्छा काम करते हैं, लेकिन मोदी केवल राज्य सरकारों को गिराने का सपना देखते हैं. वह अच्छा काम करने वाले लोगों को निशाना बनाने के लिए सीबीआई और ईडी जैसी केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रहे हैं.’’

उल्लेखनीय है कि दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने पिछले महीने आबकारी नीति 2021-22 के क्रियान्वयन में कथित अनियमितताओं की सीबीआई जांच की सिफारिश की थी. उन्होंने इस मामले में 11 आबकारी अधिकारियों को निलंबित भी कर दिया था. सिसोदिया ने भी नीति में कथित अनियमितताओं की सीबीआई से जांच कराने की मांग की थी.
दिल्ली के शिक्षा मॉडल के बारे में ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ में पहले पन्ने पर छपे एक लेख के बारे में सिसोदिया ने कहा कि इसका श्रेय यहां के शिक्षकों की कड़ी मेहनत को जाता है.

Anzarul Bari
Anzarul Bari
पिछले 23 सालों से डेडीकेटेड पत्रकार अंज़रुल बारी की पहचान प्रिंट, टीवी और डिजिटल मीडिया में एक खास चेहरे के तौर पर रही है. अंज़रुल बारी को देश के एक बेहतरीन और सुलझे एंकर, प्रोड्यूसर और रिपोर्टर के तौर पर जाना जाता है. इन्हें लंबे समय तक संसदीय कार्रवाइयों की रिपोर्टिंग का लंबा अनुभव है. कई भाषाओं के माहिर अंज़रुल बारी टीवी पत्रकारिता से पहले ऑल इंडिया रेडियो, अलग अलग अखबारों और मैग्ज़ीन से जुड़े रहे हैं. इन्हें अपने 23 साला पत्रकारिता के दौर में विदेशी न्यूज़ एजेंसियों के लिए भी काम करने का अच्छा अनुभव है. देश के पहले प्राइवेट न्यूज़ चैनल जैन टीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर शो 'मुसलमान कल आज और कल' को इन्होंने बुलंदियों तक पहुंचाया, टीवी पत्रकारिता के दौर में इन्होंने देश की डिप्राइव्ड समाज को आगे लाने के लिए 'किसान की आवाज़', वॉइस ऑफ क्रिश्चियनिटी' और 'दलित आवाज़', जैसे चर्चित शोज़ को प्रोड्यूस कराया है. ईटीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर राजनीतिक शो 'सेंट्रल हॉल' के भी प्रोड्यूस रह चुके अंज़रुल बारी की कई स्टोरीज़ ने अपनी अलग छाप छोड़ी है. राजनीतिक हल्के में अच्छी पकड़ रखने वाले अंज़र सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय खबरों पर अच्छी पकड़ रखते हैं साथ ही अपने बेबाक कलम और जबान से सदा बहस का मौज़ू रहे है. डी.डी उर्दू चैनल के शुरू होने के बाद फिल्मी हस्तियों के इंटरव्यूज़ पर आधारित स्पेशल शो 'फिल्म की ज़बान उर्दू की तरह' से उन्होंने खूब नाम कमाया. सामाजिक हल्के में अपनी एक अलग पहचान रखने वाले अंज़रुल बारी 'इंडो मिडिल ईस्ट कल्चरल फ़ोरम' नामी मशहूर संस्था के संस्थापक महासचिव भी हैं.
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