Home ताज़ातरीन करोना बाद सीएए लागू के गृहमंत्री के बयान पर ममता की केंद्र को नसीहत, कहा- ‘आग से नहीं खेलें’

करोना बाद सीएए लागू के गृहमंत्री के बयान पर ममता की केंद्र को नसीहत, कहा- ‘आग से नहीं खेलें’

0
करोना बाद सीएए लागू के गृहमंत्री के बयान पर ममता की केंद्र को नसीहत, कहा- ‘आग से नहीं खेलें’

अंज़रुल बारी

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर ज़बरदस्त पलटवार किया है. ममता बनर्जी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को आग से न खेलने की हिदायत दी है. उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि वह देश के नहीं, बंगाल के गृह मंत्री हैं. उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री द्वारा सीएए लागू करने की घोषणा पर सवाल उठाते हुए कहा कि सीएए का बिल रद्द हो गया है. पार्टी की अंदरूनी कलह मिटाने के लिए गृह मंत्री इस तरह की बात कर रहे हैं. क्या सीएए का बिल फिर से पुनर्जीवित किया गया है. उन्होंने कहा कि सीएए का मतलब, तो वह चार्टेड एकाउंटेट से समझते हैं. लोगों ने चुनाव में वोट दिया, तभी तो प्रधानमंत्री चुने गए हैं. इस देश में रहने वाला कैसे कोई शरणार्थी हो सकता है. इस देश में रहने वाले सभी इस देश के नागरिक हैं.

ममता ने कहा, ” आप देश के गृह मंत्री हैं. मेरा मार्गदर्शन न करें या बीएसएफ को राज्य पर शासन करने के लिए न कहें. यह आपका कर्तव्य है कि आप गौ तस्करी, घुसपैठ को रोकें और सीमाओं पर शांति सुनिश्चित करें. देश के लोकतांत्रिक ढांचे को ध्वस्त करने के लिए कुछ भी न करें. आग से मत खेलो, जनता करारा जवाब देगी.”

इससे पहले बंगाल के सिलीगुड़ी में गुरुवार को एक रैली को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था जैसे ही कोविड की लहर खत्म होगी नागरिकता संशोधन कानून को लागू करेंगे. अमित शाह ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि टीएमसी सीएए के बारे में अफवाहें फैला रही है कि इसे जमीन पर लागू नहीं किया जाएगा.

उन्होंने कहा था कि पश्चिम बंगाल की सीएम ने गोरखा लोगों को हमेशा गुमराह किया. सिर्फ बीजेपी ने उनके हितों का ध्यान रखा. उन्होंने कहा कि मैं बंगाल के लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने विधानसभा में बीजेपी विधायकों की संख्या को तीन से बढ़ाकर 77 करने में मदद की. टीएमसी के अत्याचारों के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे.

बता दें कि अमित शाह अपने दो दिवसीय दौरे के लिए गुरुवार को पश्चिम बंगाल पहुंचे. केन्द्रीय गृह मंत्री का सूबे में 2021 में हुए विधानसभा चुनाव के बाद पहली बार पश्चिम बंगाल दौरा था.

Previous article केजरीवाल सरकार का बड़ा फैसला, एक अक्टूबर से वैकल्पिक होगी बिजली सब्सिडी
Next article विश्व स्वास्थ्य का दावा : भारत में कोरोना से हुई 47 लाख लोगों की मौत !
पिछले 23 सालों से डेडीकेटेड पत्रकार अंज़रुल बारी की पहचान प्रिंट, टीवी और डिजिटल मीडिया में एक खास चेहरे के तौर पर रही है. अंज़रुल बारी को देश के एक बेहतरीन और सुलझे एंकर, प्रोड्यूसर और रिपोर्टर के तौर पर जाना जाता है. इन्हें लंबे समय तक संसदीय कार्रवाइयों की रिपोर्टिंग का लंबा अनुभव है. कई भाषाओं के माहिर अंज़रुल बारी टीवी पत्रकारिता से पहले ऑल इंडिया रेडियो, अलग अलग अखबारों और मैग्ज़ीन से जुड़े रहे हैं. इन्हें अपने 23 साला पत्रकारिता के दौर में विदेशी न्यूज़ एजेंसियों के लिए भी काम करने का अच्छा अनुभव है. देश के पहले प्राइवेट न्यूज़ चैनल जैन टीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर शो 'मुसलमान कल आज और कल' को इन्होंने बुलंदियों तक पहुंचाया, टीवी पत्रकारिता के दौर में इन्होंने देश की डिप्राइव्ड समाज को आगे लाने के लिए 'किसान की आवाज़', वॉइस ऑफ क्रिश्चियनिटी' और 'दलित आवाज़', जैसे चर्चित शोज़ को प्रोड्यूस कराया है. ईटीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर राजनीतिक शो 'सेंट्रल हॉल' के भी प्रोड्यूस रह चुके अंज़रुल बारी की कई स्टोरीज़ ने अपनी अलग छाप छोड़ी है. राजनीतिक हल्के में अच्छी पकड़ रखने वाले अंज़र सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय खबरों पर अच्छी पकड़ रखते हैं साथ ही अपने बेबाक कलम और जबान से सदा बहस का मौज़ू रहे है. डी.डी उर्दू चैनल के शुरू होने के बाद फिल्मी हस्तियों के इंटरव्यूज़ पर आधारित स्पेशल शो 'फिल्म की ज़बान उर्दू की तरह' से उन्होंने खूब नाम कमाया. सामाजिक हल्के में अपनी एक अलग पहचान रखने वाले अंज़रुल बारी 'इंडो मिडिल ईस्ट कल्चरल फ़ोरम' नामी मशहूर संस्था के संस्थापक महासचिव भी हैं.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here