अंज़रुल बारी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर ज़बरदस्त पलटवार किया है. ममता बनर्जी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को आग से न खेलने की हिदायत दी है. उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि वह देश के नहीं, बंगाल के गृह मंत्री हैं. उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री द्वारा सीएए लागू करने की घोषणा पर सवाल उठाते हुए कहा कि सीएए का बिल रद्द हो गया है. पार्टी की अंदरूनी कलह मिटाने के लिए गृह मंत्री इस तरह की बात कर रहे हैं. क्या सीएए का बिल फिर से पुनर्जीवित किया गया है. उन्होंने कहा कि सीएए का मतलब, तो वह चार्टेड एकाउंटेट से समझते हैं. लोगों ने चुनाव में वोट दिया, तभी तो प्रधानमंत्री चुने गए हैं. इस देश में रहने वाला कैसे कोई शरणार्थी हो सकता है. इस देश में रहने वाले सभी इस देश के नागरिक हैं.
ममता ने कहा, ” आप देश के गृह मंत्री हैं. मेरा मार्गदर्शन न करें या बीएसएफ को राज्य पर शासन करने के लिए न कहें. यह आपका कर्तव्य है कि आप गौ तस्करी, घुसपैठ को रोकें और सीमाओं पर शांति सुनिश्चित करें. देश के लोकतांत्रिक ढांचे को ध्वस्त करने के लिए कुछ भी न करें. आग से मत खेलो, जनता करारा जवाब देगी.”
इससे पहले बंगाल के सिलीगुड़ी में गुरुवार को एक रैली को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था जैसे ही कोविड की लहर खत्म होगी नागरिकता संशोधन कानून को लागू करेंगे. अमित शाह ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि टीएमसी सीएए के बारे में अफवाहें फैला रही है कि इसे जमीन पर लागू नहीं किया जाएगा.
उन्होंने कहा था कि पश्चिम बंगाल की सीएम ने गोरखा लोगों को हमेशा गुमराह किया. सिर्फ बीजेपी ने उनके हितों का ध्यान रखा. उन्होंने कहा कि मैं बंगाल के लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने विधानसभा में बीजेपी विधायकों की संख्या को तीन से बढ़ाकर 77 करने में मदद की. टीएमसी के अत्याचारों के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे.
बता दें कि अमित शाह अपने दो दिवसीय दौरे के लिए गुरुवार को पश्चिम बंगाल पहुंचे. केन्द्रीय गृह मंत्री का सूबे में 2021 में हुए विधानसभा चुनाव के बाद पहली बार पश्चिम बंगाल दौरा था.