Home खेल कतर में महिलाओं ने स्कर्ट पहना और पुरुष हुए शर्टलेस तो होगी जेल, शराब पर भी पाबंदी

कतर में महिलाओं ने स्कर्ट पहना और पुरुष हुए शर्टलेस तो होगी जेल, शराब पर भी पाबंदी

0
कतर में महिलाओं ने स्कर्ट पहना और पुरुष हुए शर्टलेस तो होगी जेल, शराब पर भी पाबंदी

कतर में फीफा वर्ल्ड कप 2022 शुरू होने में बस दो दिन बाकी है। 20 नवंबर 2022 से दुनिया का सबसे बड़ा फुटबॉल टूर्नामेंट होना है। पहला कतर और इक्वाडोर  के बीच होगा। इस टूर्नामेंट को देखने को लिए दुनियाभर से फुटबॉल फैंस  खाड़ी देश (Gulf Nation) पहुंच रहे हैं। हालांकि, कतर में इतने कड़े नियम हैं कि इन्हें तोड़ने पर बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। जुर्माना के साथ-साथ जेल जाने तक की नौबत आ सकती है।

महिलाएं छोटे कपड़े नहीं पहन सकती। उनका कंधा और घुटना ढका होना चाहिए। सार्वजनिक जगहों पर लॉन्ग स्कर्ट या ट्राउजर पहनना होगा। आपत्तिजनक स्लोगन वाले ड्रेस पहनने पर भी रोक है। पुरुष स्टेडियम में शर्ट नहीं उतार सकते। इसके अलावा उन्हेंने लंबी कार्गो पैंट या हल्के चिनोज पहनने की इजाजत है, ताकि घुटन ढके हों।

कतर में शराब पर प्रतिबंध है, लेकिन टूर्नामेंट को ध्यान में रखते हुए कई जगहों पर फैन जोन बने हैं। फैंस को यहां निर्धारित समय पर शराब मिलेगी। इसके बाहर कोई शराब नहीं पी सकेगा।

हालांकि, आयोजकों ने इसकी अभी तक घोषणा नहीं की है। विश्व कप की मेजबानी की बोली प्रक्रिया शुरू करने पर कतर ने ने फीफा के व्यावसायिक भागीदारों का सम्मान करने पर सहमति जताई थी। 2010 में बीड जीतने के बाद अनुबंध पर हस्ताक्षर करते वक्त भी किया था। ब्राजील में 2014 विश्व कप में मेजबान देश को शराब की बिक्री की अनुमति के लिये एक नियम में बदलाव करने पर मजबूर होना पड़ा था।

Previous article गुजरात में परिवारवाद को बढ़ावा देती बीजेपी और कांग्रेस की राजनीति बेनकाब
Next article दिल्ली दंगाः एसिड अटैक में अंधे हुए मोहम्मद वकील के हमलावरों पर अदालत ने नामजद एफआईआर का दिया आदेश
पिछले 23 सालों से डेडीकेटेड पत्रकार अंज़रुल बारी की पहचान प्रिंट, टीवी और डिजिटल मीडिया में एक खास चेहरे के तौर पर रही है. अंज़रुल बारी को देश के एक बेहतरीन और सुलझे एंकर, प्रोड्यूसर और रिपोर्टर के तौर पर जाना जाता है. इन्हें लंबे समय तक संसदीय कार्रवाइयों की रिपोर्टिंग का लंबा अनुभव है. कई भाषाओं के माहिर अंज़रुल बारी टीवी पत्रकारिता से पहले ऑल इंडिया रेडियो, अलग अलग अखबारों और मैग्ज़ीन से जुड़े रहे हैं. इन्हें अपने 23 साला पत्रकारिता के दौर में विदेशी न्यूज़ एजेंसियों के लिए भी काम करने का अच्छा अनुभव है. देश के पहले प्राइवेट न्यूज़ चैनल जैन टीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर शो 'मुसलमान कल आज और कल' को इन्होंने बुलंदियों तक पहुंचाया, टीवी पत्रकारिता के दौर में इन्होंने देश की डिप्राइव्ड समाज को आगे लाने के लिए 'किसान की आवाज़', वॉइस ऑफ क्रिश्चियनिटी' और 'दलित आवाज़', जैसे चर्चित शोज़ को प्रोड्यूस कराया है. ईटीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर राजनीतिक शो 'सेंट्रल हॉल' के भी प्रोड्यूस रह चुके अंज़रुल बारी की कई स्टोरीज़ ने अपनी अलग छाप छोड़ी है. राजनीतिक हल्के में अच्छी पकड़ रखने वाले अंज़र सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय खबरों पर अच्छी पकड़ रखते हैं साथ ही अपने बेबाक कलम और जबान से सदा बहस का मौज़ू रहे है. डी.डी उर्दू चैनल के शुरू होने के बाद फिल्मी हस्तियों के इंटरव्यूज़ पर आधारित स्पेशल शो 'फिल्म की ज़बान उर्दू की तरह' से उन्होंने खूब नाम कमाया. सामाजिक हल्के में अपनी एक अलग पहचान रखने वाले अंज़रुल बारी 'इंडो मिडिल ईस्ट कल्चरल फ़ोरम' नामी मशहूर संस्था के संस्थापक महासचिव भी हैं.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here