Wednesday, November 13, 2024
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एससीओ बैठक: ईरान की सदस्यता को मिलेगी औपचारिक मंजूरी

रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव का कहना है कि 4 जुलाई को प्रस्तावित बैठक में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) में ईरान की सदस्यता को औपचारिक रूप से मंजूरी दे दी जाएगी.

इसकी घोषणा रूसी विदेश मंत्रीसर्गेई लावरो ने मॉस्को में शंघाई सहयोग संगठन केंद्र के उद्घाटन समारोह में अपने भाषण के दौरान किया.

उन्होंने कहा कि संगठन में शामिल होने के लिए बेलारूस के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए जाएंगे, जिसके माध्यम से वह बाद में एससीओ का स्थायी सदस्य बन जाएगा.

रूसी विदेश मंत्री ने कहा कि एससीओ यूरोप से लेकर मध्य पूर्व और दक्षिण पूर्व एशिया तक नए वार्ता साझेदारों का स्वागत करेगा.

याद रहे कि कज़ाकिस्तान, किर्गिस्तान, चीन, रूस, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान ने जून 2001 में एससीओ के गठन के लिए एक घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर किए थे, अब इस संगठन में पाकिस्तान और भारत भी शामिल हैं.

Anzarul Bari
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पिछले 23 सालों से डेडीकेटेड पत्रकार अंज़रुल बारी की पहचान प्रिंट, टीवी और डिजिटल मीडिया में एक खास चेहरे के तौर पर रही है. अंज़रुल बारी को देश के एक बेहतरीन और सुलझे एंकर, प्रोड्यूसर और रिपोर्टर के तौर पर जाना जाता है. इन्हें लंबे समय तक संसदीय कार्रवाइयों की रिपोर्टिंग का लंबा अनुभव है. कई भाषाओं के माहिर अंज़रुल बारी टीवी पत्रकारिता से पहले ऑल इंडिया रेडियो, अलग अलग अखबारों और मैग्ज़ीन से जुड़े रहे हैं. इन्हें अपने 23 साला पत्रकारिता के दौर में विदेशी न्यूज़ एजेंसियों के लिए भी काम करने का अच्छा अनुभव है. देश के पहले प्राइवेट न्यूज़ चैनल जैन टीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर शो 'मुसलमान कल आज और कल' को इन्होंने बुलंदियों तक पहुंचाया, टीवी पत्रकारिता के दौर में इन्होंने देश की डिप्राइव्ड समाज को आगे लाने के लिए 'किसान की आवाज़', वॉइस ऑफ क्रिश्चियनिटी' और 'दलित आवाज़', जैसे चर्चित शोज़ को प्रोड्यूस कराया है. ईटीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर राजनीतिक शो 'सेंट्रल हॉल' के भी प्रोड्यूस रह चुके अंज़रुल बारी की कई स्टोरीज़ ने अपनी अलग छाप छोड़ी है. राजनीतिक हल्के में अच्छी पकड़ रखने वाले अंज़र सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय खबरों पर अच्छी पकड़ रखते हैं साथ ही अपने बेबाक कलम और जबान से सदा बहस का मौज़ू रहे है. डी.डी उर्दू चैनल के शुरू होने के बाद फिल्मी हस्तियों के इंटरव्यूज़ पर आधारित स्पेशल शो 'फिल्म की ज़बान उर्दू की तरह' से उन्होंने खूब नाम कमाया. सामाजिक हल्के में अपनी एक अलग पहचान रखने वाले अंज़रुल बारी 'इंडो मिडिल ईस्ट कल्चरल फ़ोरम' नामी मशहूर संस्था के संस्थापक महासचिव भी हैं.
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