Home चुनाव एडीआर रिपोर्ट : एमसीडी चुनाव लड़ रहे 75 पार्षदों की संपत्ति में 4437 प्रतिशत तक की वृद्धि

एडीआर रिपोर्ट : एमसीडी चुनाव लड़ रहे 75 पार्षदों की संपत्ति में 4437 प्रतिशत तक की वृद्धि

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एडीआर रिपोर्ट : एमसीडी चुनाव लड़ रहे 75 पार्षदों की संपत्ति में 4437 प्रतिशत तक की वृद्धि

इस देश में सरकारी योजनाओं की लूट स्थानीय स्तर पर कैसे होती है. इसकी बानगी हालिया एमसीडी चुनाव लड़ रहे पार्षदों की संपत्ति में हुई बढ़ोतरी से पता चलता है. एडीआर और दिल्ली इलेक्शन वॉच ने निर्दलीय सहित दोबारा चुनाव लड़ रहे 84 पार्षदों द्वारा नामांकन के साथ दाखिल हलफनामा का विश्लेषण कर बताया कि वर्ष 2017 के निकाय चुनाव के दौरान उनकी औसत संपत्ति 2.93 करोड़ रुपये थी. रिपोर्ट के मुताबिक, दोबारा चुनाव लड़ रहे 84 में से 75 पार्षदों (89 प्रतिशत) की संपत्ति में तीन से 4,437 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जबकि नौ पार्षदों (11 प्रतिशत) की संपत्ति में दो से 76 प्रतिशत तक कमी आयी है. एडीआर के मुताबिक, इन 84 पार्षदों की वर्ष 2022 में औसत संपत्ति 4.37 करोड़ रुपये आंकी गई है. और वर्ष 2017 के चुनाव से अबतक उनकी संपत्ति में औसतन 1.44 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई है.

वार्ड संख्या 59- पश्चिम विहार से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के पार्षद विनीत वोहरा ने सबसे अधिक 28.61 करोड़ रुपये की संपत्ति बढ़ने की घोषणा की है. उनकी संपत्ति वर्ष 2017 में 9.33 करोड़ रुपये थी, जो वर्ष 2022 में बढ़कर 37.94 करोड़ रुपये की हो गई है. एडीआर के मुताबिक, वार्ड संख्या 149- मालवीय नगर की बीजेपी पार्षद नंदिनी शर्मा की संपत्ति में 25.58 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई है. शर्मा की संपत्ति वर्ष 2017 के 24.25 करोड़ रुपये से बढ़कर वर्ष 2022 में 49.84 करोड़ रुपये हो गई है. वार्ड संख्या 173- ग्रेटर कैलाश से बीजेपी की पार्षद शिखा रॉय की संपत्ति गत पांच साल में छह करोड़ रुपये बढ़ी है. और वर्ष 2017 के 6.81 करोड़ के मुकाबले वर्ष 2022 में 12.81 करोड़ रुपये हो गई है. वहीं, कांग्रेस के टिकट से वार्ड संख्या 96 राजौरी गार्डन से वर्ष 2017 के चुनाव में पार्षद बनीं एवं इस बार आम आदमी पार्टी से किस्मत आजमा रहीं ए प्रिया चंदेला की संपत्ति प्रतिशत में सबसे अधिक 4437 प्रतिशत बढ़ी है. उन्होंने वर्ष 2017 के चुनाव में अपनी संपत्ति 5,88,400 रुपये बताई थी जबकि वर्ष 2022 के नामांकन के साथ दाखिल हलफनामे में उन्होंने 2,67,14,329 रुपये की संपत्ति की घोषणा की है.

आप’ के टिकट पर दोबारा वार्ड संख्या 41 अमन विहार से चुनावी मैदान में उतरे रविंद्र भारद्वाज की संपत्ति में 831 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. उनकी संपत्ति वर्ष 2017 के 21.67 लाख से बढ़कर 2.01 करोड़ रुपये हो गई है. गौरतलब है कि दिल्ली नगर निगम के लिए चार दिसंबर को मतदान होगा.

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पिछले 23 सालों से डेडीकेटेड पत्रकार अंज़रुल बारी की पहचान प्रिंट, टीवी और डिजिटल मीडिया में एक खास चेहरे के तौर पर रही है. अंज़रुल बारी को देश के एक बेहतरीन और सुलझे एंकर, प्रोड्यूसर और रिपोर्टर के तौर पर जाना जाता है. इन्हें लंबे समय तक संसदीय कार्रवाइयों की रिपोर्टिंग का लंबा अनुभव है. कई भाषाओं के माहिर अंज़रुल बारी टीवी पत्रकारिता से पहले ऑल इंडिया रेडियो, अलग अलग अखबारों और मैग्ज़ीन से जुड़े रहे हैं. इन्हें अपने 23 साला पत्रकारिता के दौर में विदेशी न्यूज़ एजेंसियों के लिए भी काम करने का अच्छा अनुभव है. देश के पहले प्राइवेट न्यूज़ चैनल जैन टीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर शो 'मुसलमान कल आज और कल' को इन्होंने बुलंदियों तक पहुंचाया, टीवी पत्रकारिता के दौर में इन्होंने देश की डिप्राइव्ड समाज को आगे लाने के लिए 'किसान की आवाज़', वॉइस ऑफ क्रिश्चियनिटी' और 'दलित आवाज़', जैसे चर्चित शोज़ को प्रोड्यूस कराया है. ईटीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर राजनीतिक शो 'सेंट्रल हॉल' के भी प्रोड्यूस रह चुके अंज़रुल बारी की कई स्टोरीज़ ने अपनी अलग छाप छोड़ी है. राजनीतिक हल्के में अच्छी पकड़ रखने वाले अंज़र सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय खबरों पर अच्छी पकड़ रखते हैं साथ ही अपने बेबाक कलम और जबान से सदा बहस का मौज़ू रहे है. डी.डी उर्दू चैनल के शुरू होने के बाद फिल्मी हस्तियों के इंटरव्यूज़ पर आधारित स्पेशल शो 'फिल्म की ज़बान उर्दू की तरह' से उन्होंने खूब नाम कमाया. सामाजिक हल्के में अपनी एक अलग पहचान रखने वाले अंज़रुल बारी 'इंडो मिडिल ईस्ट कल्चरल फ़ोरम' नामी मशहूर संस्था के संस्थापक महासचिव भी हैं.

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