Home जुर्म उमेश पाल हत्याकांड में दूसरा इनकाउंटर, पुलिस मुढभेड़ में एक और इनामी शूटर विजय ढेर

उमेश पाल हत्याकांड में दूसरा इनकाउंटर, पुलिस मुढभेड़ में एक और इनामी शूटर विजय ढेर

0
उमेश पाल हत्याकांड में दूसरा इनकाउंटर, पुलिस मुढभेड़ में एक और इनामी शूटर विजय ढेर

प्रयागराज में 24 फरवरी को हुए उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस ने दूसरा एनकाउंटर किया. एनकाउंटर में उमेश पाल को पहली गोली मारने वाला विजय कुमार उर्फ उस्मान बुरी तरह घायल हुआ है, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बताया जा रहा है कि विजय ने अस्पताल में दम तोड़ दिया है. पुलिस ने जानकारी दी है कि उस्मान चौधरी ने ही उमेश पाल को पहली गोली मारी थी. विजय चौधरी पर पुलिस ने 50 हज़ार का इनाम भी घोषित कर रखा था.

खबरों के मुताबिक पुलिस ने यह एनकाउंटर प्रयागराज के कौंधियारा इलाके में किया था. पुलिस शिद्दत से उसे ढूंढने में जुटी हुई थी. विजय उर्फ उस्मान चौधरी को घायल अवस्था में इलाज के लिए एसआरएन अस्पताल ले जाया गया, मगर उसे बचाया नहीं जा सका है.

बता दें कि उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी अतीक अहमद फिलहाल साबरमती जेल में बंद है. पुलिस को शक है कि जेल में रहते हुए ही अतीक अहमद ने इस हत्याकांड की पूरी साजिश रची थी. राजूपाल हत्याकांड में गवाह उमेश पाल मुख्य गवाह था. उमेश पाल की पत्नी जया पाल की शिकायत पर प्रयागराज पुलिस ने शिकायत भी दर्ज कर ली थी. साथ ही अतीक के भाई, पत्नी शाइस्ता परवीन, अतीक अहमद के दो बेटों और अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.

इससे पहले इस हत्याकांड में एक और एनकाउंटर हुआ था. तब पुलिस ने अतीक अहमद के करीबी अरबाज को एक इनकाउंटर में ढेर कर दिया था.

Previous article वीज़ा भ्रष्टाचार: सऊदी अरब ने बांग्लादेश में अपने दूतावास के दो राजनायक समेत 13 लोगों को गिरफ़्तार किया
Next article दिल्ली-नोएडा के लोगों को राहत, आज फिर से खुल गया आश्रम फ्लाईओवर
पिछले 23 सालों से डेडीकेटेड पत्रकार अंज़रुल बारी की पहचान प्रिंट, टीवी और डिजिटल मीडिया में एक खास चेहरे के तौर पर रही है. अंज़रुल बारी को देश के एक बेहतरीन और सुलझे एंकर, प्रोड्यूसर और रिपोर्टर के तौर पर जाना जाता है. इन्हें लंबे समय तक संसदीय कार्रवाइयों की रिपोर्टिंग का लंबा अनुभव है. कई भाषाओं के माहिर अंज़रुल बारी टीवी पत्रकारिता से पहले ऑल इंडिया रेडियो, अलग अलग अखबारों और मैग्ज़ीन से जुड़े रहे हैं. इन्हें अपने 23 साला पत्रकारिता के दौर में विदेशी न्यूज़ एजेंसियों के लिए भी काम करने का अच्छा अनुभव है. देश के पहले प्राइवेट न्यूज़ चैनल जैन टीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर शो 'मुसलमान कल आज और कल' को इन्होंने बुलंदियों तक पहुंचाया, टीवी पत्रकारिता के दौर में इन्होंने देश की डिप्राइव्ड समाज को आगे लाने के लिए 'किसान की आवाज़', वॉइस ऑफ क्रिश्चियनिटी' और 'दलित आवाज़', जैसे चर्चित शोज़ को प्रोड्यूस कराया है. ईटीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर राजनीतिक शो 'सेंट्रल हॉल' के भी प्रोड्यूस रह चुके अंज़रुल बारी की कई स्टोरीज़ ने अपनी अलग छाप छोड़ी है. राजनीतिक हल्के में अच्छी पकड़ रखने वाले अंज़र सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय खबरों पर अच्छी पकड़ रखते हैं साथ ही अपने बेबाक कलम और जबान से सदा बहस का मौज़ू रहे है. डी.डी उर्दू चैनल के शुरू होने के बाद फिल्मी हस्तियों के इंटरव्यूज़ पर आधारित स्पेशल शो 'फिल्म की ज़बान उर्दू की तरह' से उन्होंने खूब नाम कमाया. सामाजिक हल्के में अपनी एक अलग पहचान रखने वाले अंज़रुल बारी 'इंडो मिडिल ईस्ट कल्चरल फ़ोरम' नामी मशहूर संस्था के संस्थापक महासचिव भी हैं.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here