सेंट्रल ईरान के इस्फहान शहर में स्थित सेना के एक ठिकाने पर जबरदस्त धमाके की ख़बर है. ईरान की सरकारी मीडिया आईआरआईबी और न्यूज़ एजेंसी आईआरएनए ने बताया है कि ये धमाका रक्षा मंत्रालय के पास हथियारों के निर्माण करने वाले एक सेंटर में हुआ है.
हालांकि कुछ देर बाद ही ईरानी रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि ये धमाका ‘माइक्रो ड्रोन’ के ज़रिए किया गया था, और ये एक असफल हमला’ साबित हुआ है.
न्यूज एजेंसी आईआरएनए ने रक्षा मंत्रालय के हवाले से बताया बताया है कि, “एयर डिफेन्स सिस्टम ने एक ड्रोन को नाकाम कर दिया है, जबकि दो अन्य ड्रोन हमारे जाल में फंसे और धमाके के साथ नष्ट कर दिए गए. किस्मत से ये एक नाकाम हमला था और इसमें जान-माल का कोई नुक़सान नहीं हुआ है. हालांकि इससे हमारे वर्कशॉप की छत को हल्का नुक़सान पहुंचा है.”
एजेंसी ने रक्षा मंत्रालय को कोड करते हुए कहा है कि इस हमले से न तो देश के ठिकानों को और मिशन को कोई नुक़सान नहीं पहुंचा है, इस तरह के अंधाधुंध हमले देश की तरक्की को बाधित नहीं कर सकेंगे.
सोशल मीडिया पर धमाके के वीडियो देखे जा सकते हैं. इसमें देखा जा सकता है कि एक व्यस्त सड़क के किनारे बने सैन्य सेंटर में अचानक पहले एक तेज़ धमाके के साथ आग का एक गोला दिखता है, जिसके बाद धुंए का ग़ुबार उठता हुआ दिखाई देता है.
बता दें कि इस्फहान शहर ईरान के परमाणु कार्यक्रम से जुड़ा है और यहां यूरेनियम प्रोसेसिंग केंद्र भी हैं.
अंतरराष्ट्रीय न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने लिखा है कि बीते कुछ सालों में ईरानी सैन्य ठिकानों, परमाणु और कारखानों के आसपास कई धमाके हुए हैं और आग लगने की घटनाएं हुई हैं.
याद रहे कि 2021 में ईरान के नतांज़ न्यूक्लियर प्रोसेसिंग सेंटर में बिजली गुल हो गई थी जिसके कारण वहां उत्पादन रुक गया था. ईरान ने इसके लिए इसराइल को ज़िम्मेदार ठहराया था और उस पर छद्म युद्ध का आरोप लगाया था. इज़राइल बराबर ईरान को खतरा बताते हुए नाकाम हमले की कोशिश करता रहा है.