Home विदेश इमरान खान के समर्थन में सड़को पर उमड़ा जन सैलाब, इमरान बोले, दूसरी आजादी का आंदोलन आज से शुरू

इमरान खान के समर्थन में सड़को पर उमड़ा जन सैलाब, इमरान बोले, दूसरी आजादी का आंदोलन आज से शुरू

0
इमरान खान के समर्थन में सड़को पर उमड़ा जन सैलाब, इमरान बोले, दूसरी आजादी का आंदोलन आज से शुरू

अंज़रूल बारी

पाकिस्तान में इमरान खान के सत्ता से बाहर होने के बाद इमरान के समर्थन में लाखों का हुजूम सड़कों पर निकल पड़ा हैं. दरअसल इमरान खान के विश्वासमत में हार और सत्ता से बेदखली के बाद तहरीक ए इंसाफ पार्टी ने जनता से सड़कों पर निकलने अहवाहन किया था. जिसके इमरान खान के समर्थन देश के अलग अलग शहरों लोग सड़कों पर निकल आए, इस दौरान लोग इमरान खान के समर्थन में नारे लगा रहे थे और आर्मी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे, उनकी मांग थी कि वो इस इंपोर्टेड सरकार को नामंजूर करते हैं. बता दें कि इमरान खान सरकार रविवार देर रात अविश्वास प्रस्ताव में विफल हो गई, जिसके बाद इमरान खान को प्रधानमंत्री पद छोड़ना पड़ा था. इमरान खान के प्रधानमंत्री की कुर्सी से हटने के बाद लोग सड़क पर उतर आए.
इमरान खान के समर्थन में कई शहरों में रैलियां निकाली गई, जिसमे इस्लामाबाद, कराची, पेशावर, लाहौर समेत तमाम बड़े शहर शामिल हैं. इससे पहले इमरान खान ने दूसरी आजादी के लिए आंदोलन की शुरुआत का ऐलान किया था, उन्होंने यह आंदोलन विदशी ताकत से सत्ता परिवर्तन के खिलाफ संघर्ष शुरू किया है. उन्होंने कहा कि देश की जनता अपने लोकतंत्र और संप्रभुता की रक्षा रती है, विदेशी लोगों का इस्तेमाल करके देश नहीं चलाती है. इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान 1947 में आजाद हुआ, लेकिन आजादी का संघर्ष आज से शुरू होगा, विदेशी ताकत के प्रभाव से आजादी. इमरान खान ने ट्वीट करके लिखा, देश के लोकतंत्र और संप्रभुता की रक्षा जनता करेगी.
कराची में बड़ी संख्या में लोग इमरान खान के समर्थन में सड़क पर उतरे. जबकि इस्लामाबाद में जीरो प्वाइंट से पीटीआई समर्थक इकट्ठा होना शुरू हुए और उन्होंने पाकिस्तान का झंडा लहराते हुए इमरान खान के समर्थन में नारेबाजी की और राष्ट्रगान गाते रहे. हालांकि जबरदस्त भीड़ के कारण तरीबान सभी हाईवेज़ पर ट्रैफिक बारी तरह बाधित रहा. पीटीआई प्रवक्ता फवाद चौधरी ने कहा कि अगर इमरान खान इस प्रदर्शन का नेतृत्व नहीं करते हैं तो यह देश और संविधान के साथ धोखा होगा. वहीं इमरान खान ने कहा कि उन्होंने कभी भी इतनी बड़ी संख्या में अपने आप लोगों को देश के इतिहास में आते हुए कभी नहीं देखा. लोग विदेशी ताकत से बनी सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरे हैं.

Previous article भारत में फिर से लौट रही है कोरोना की लहर, केंद्र ने किया राज्यों को सतर्क
Next article दिल्ली में कल से नदी संवाद’, देशभर के मनीषियों और पर्यावरणविदों का होगा जुटान
पिछले 23 सालों से डेडीकेटेड पत्रकार अंज़रुल बारी की पहचान प्रिंट, टीवी और डिजिटल मीडिया में एक खास चेहरे के तौर पर रही है. अंज़रुल बारी को देश के एक बेहतरीन और सुलझे एंकर, प्रोड्यूसर और रिपोर्टर के तौर पर जाना जाता है. इन्हें लंबे समय तक संसदीय कार्रवाइयों की रिपोर्टिंग का लंबा अनुभव है. कई भाषाओं के माहिर अंज़रुल बारी टीवी पत्रकारिता से पहले ऑल इंडिया रेडियो, अलग अलग अखबारों और मैग्ज़ीन से जुड़े रहे हैं. इन्हें अपने 23 साला पत्रकारिता के दौर में विदेशी न्यूज़ एजेंसियों के लिए भी काम करने का अच्छा अनुभव है. देश के पहले प्राइवेट न्यूज़ चैनल जैन टीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर शो 'मुसलमान कल आज और कल' को इन्होंने बुलंदियों तक पहुंचाया, टीवी पत्रकारिता के दौर में इन्होंने देश की डिप्राइव्ड समाज को आगे लाने के लिए 'किसान की आवाज़', वॉइस ऑफ क्रिश्चियनिटी' और 'दलित आवाज़', जैसे चर्चित शोज़ को प्रोड्यूस कराया है. ईटीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर राजनीतिक शो 'सेंट्रल हॉल' के भी प्रोड्यूस रह चुके अंज़रुल बारी की कई स्टोरीज़ ने अपनी अलग छाप छोड़ी है. राजनीतिक हल्के में अच्छी पकड़ रखने वाले अंज़र सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय खबरों पर अच्छी पकड़ रखते हैं साथ ही अपने बेबाक कलम और जबान से सदा बहस का मौज़ू रहे है. डी.डी उर्दू चैनल के शुरू होने के बाद फिल्मी हस्तियों के इंटरव्यूज़ पर आधारित स्पेशल शो 'फिल्म की ज़बान उर्दू की तरह' से उन्होंने खूब नाम कमाया. सामाजिक हल्के में अपनी एक अलग पहचान रखने वाले अंज़रुल बारी 'इंडो मिडिल ईस्ट कल्चरल फ़ोरम' नामी मशहूर संस्था के संस्थापक महासचिव भी हैं.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here