जेडीयू नेता नीतीश कुमार एनडीए के सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद एक बार फिर बुधवार 10 अगस्त, 2022 को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. शपथ ग्रहण समारोह दोपह 2 बजे होगा. जिसमें आरजेडी नेता तेजस्वी यादव उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. मंगलवार को सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद उन्होंने राज्यपाल फागूलाल चौहान के सामने आरजेडी के साथ मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया. उन्होंने राज्यपाल से कहा कि उनके पास 160 विधायकों और 7 पार्टियों का समर्थन मौजूद है. उधर, बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि “जब भारतीय जनता पार्टी के साथ परेशान थे, तो 2 साल से क्या कर रहे थे.”
पिछले कई दिनों की सियासी उठापटक के बाद आखिरकार मंगलवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एनडीए से नाता तोड़ सीएम पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने राज्यपाल फागूलाल चौहान को अपना इस्तीफा सौंपा जिसे उन्होंने स्वीकार भी कर लिया. इस्तीफा देने के साथ ही नीतीश कुमार ने नई सरकार बनाने का दावा भी पेश किया. नीतीश ने कहा हमारे पास 160 विधायकों का समर्थन मौजूद है. नीतीश कुमार और तेजस्वी सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए राज्यपाल के पास पहुंचे. इस बीच बीजेपी ने कहा है कि “जेडीयू ने हमें धोखा दे दिया है.” इस्तीफा देने के बाद नीतीश ने कहा हमने एनडीए छोड़ दिया है. नीतीश कुमार ने बताया कि हमारे सभी एमपी एमएलए एनडीए छोड़ने को तैयार हैं.
बता दें कि बिहार बीजेपी के साथ जेडीयू का काफी लंबे समय से टकराव चल रहा था. इस बीच मंगलवार को सीएम नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी के विधायकों और सांसदों के साथ बैठक की. इस बैठक के बाद उन्होंने राज्य के राज्यपाल फागूलाल चौहान से मुलाकात करने के लिए राजभवन पहुंच गए. इससे पहले जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष आरसीपी सिंह के इस्तीफा देने के बाद से ही जेडीयू के सुर एनडीए के लिए बदले हुए दिखाई दे रहे थे.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राज्यपाल से समय मांगे जाने के बाद बीजेपी की ओर से प्रतिक्रिया आई कि हमारे मंत्री इस्तीफा नहीं देंगे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहले इस पर पहल करें. उधर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव आरजेडी विधायकों के साथ बैठक कर रहे थे. इस बैठक में कांग्रेस और वाम दलों के विधायक भी शामिल थे. कांग्रेस विधायक शकील अहमद ने तो नए सीएम के नाम का दावा तक कर दिया. उन्होंने कहा नीतीश कुमार ही महागठबंधन के मुख्यमंत्री होंगे.
इधर दिल्ली में केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने कहा कि पहले भी राजद और जदयू के बीच एक प्रयोग किया गया था लेकिन वो लंबे समय तक एक साथ नहीं चल पाया था. एक बार फिर ऐसा गठबंधन आ रहा है, यह बिहार के विकास के लिए अच्छा संकेत नहीं है. हमने तय किया है कि हमारी पार्टी एनडीए का हिस्सा रहेगी.
आइए आपको बताते हैं बीजेपी, जेडीयू से जुड़ी 10 बड़ी बातें
1- बिहार में जेडीयू और बीजेपी का गठबंधन टूटने के बाद सीएम नीतीश कुमार ने इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया, जिसे राज्यपाल ने स्वीकार कर लिया.
2-इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास 7 सर्कुलर रोड से 1 अणे मार्ग पर जेडीयू के विधायकों और सांसदों के साथ यहीं बैठक हुई थी. जिसमें सभी जेडीयू विधायक और सांसद मौजूद रहे, जहां इस गठबंधन को छोड़ने का फैसला लिया गया.
3- इस्तीफा देने के बाद नीतीश कुमार ने आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के साथ मुलाकात कर एक बार फिर सरकार बनाने का दावा पेश किया. और कहा है कि उनके पास 160 विधायकों का समर्थन मौजूद है.
4-नीतीश कुमार इस्तीफा देने के बाद राजभवन से निकलकर सीधे पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर पहुंचे. जहां आरजेडी और कांग्रेस के विधायक पहले से मौजूद थे.
5-बिहार में नई सरकार के गठन की तैयारी शुरू हो गई है. कांग्रेस और लेफ्ट ने आरजेडी नेता तेजस्वी यादव को विधायकों का समर्थन पत्र सौंप दिया है. आरजेडी, कांग्रेस और लेफ्ट के विधायक एक साथ सीएम हाउस जाएंगे जहां सबकी एक साथ बैठक होगी.
6-बिहार विधानसभा में कुल 243 सीटें हैं जिनमें से भारतीय जनता पार्टी के पास 77, जेडीयू के पास 45, राष्ट्रीय जनता दल ने 79 सीटें और कांग्रेस ने 19 सीटों पर जीत हासिल की थी. जबकि जीतन राम मांझी हम को 4 सीटें मिली थी.
7-राष्ट्रीय जनता दल के साथ कांग्रेस, सीपीआई एमएल और हिन्दुस्तान आवामी मोर्चा पार्टियों का समर्थन नीतीश कुमार के साथ है. कांग्रेस नेताओं ने जेडीयू-आरजेडी के गठबंधन को ऐतिहासिक फैसला करार दिया है.
8- बीजेपी कोटे के मंत्रियों ने इस्तीफा देने से इंकार किया है. इस समय नीतीश कुमार के मंत्रीमंडल में बीजेपी के कोटे 16 मंत्री हैं.
9- इस्तीफा देने का बाद नीतीश कुमार ने कहा कि एनडीए गठबंधन से अलग होने पर सभी सांसदों और विधायकों की सहमति ली.
10- उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश कुमार को बधाई दी. जबकि केंद्रीय मंत्री आर के सिंह ने नीतीश पर हमला बोलते हुए कहा उनमें नैतिकता नहीं बची है.