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अब शाहीनबाग में बुलडोजर की तैयारी —–

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अब शाहीनबाग में बुलडोजर की तैयारी —–

अखिलेश अखिल

दक्षिण एमसीडी आगामी 9 से 13 मई के बीच शाहीनबाग के कई इलाकों में बुलडोजर अभियान चलाएगी इसके लिए नगर निगम ने पुलिस से मदद की मांग की है जानकारी के मुताबिक़ ये अभियान आठ वार्डो में चलाये जाने की बात है. शाहबाग से पहले जहांगीरपुरी में अतिक्रमण के खिलाफ बड़ा अभियान चलाया गया था. हालांकि उस अभियान में दिलचस्प राजनीतिक खेल भी देखे गए थे और एक ख़ास समुदाय को टारगेट करने की बात सामने आयी थी. जहांगीरपुरी मामले को लेकर अदालत को भी सामने आना पड़ा था.
दिल्ली में अतिक्रमण के खिलाफ नगर निगम ने यह अभियान 30 अप्रैल से शुरु किया है, जो 4 से 6 मई तक जारी रहेगा. इसके अलावा दिल्ली के कालिंदी कुंज, जसोला, एमजी रोड, मेन रोड शाहीन बाग, बोध धर्म मंदिर, मेहरचंद मार्केट, धीरसेन मार्ग, खाड़ा कालोनी इन सभी जगह पर 9 से 13 मई तक अतिक्रमण हटाए जाएंगे. बुधवार सुबह तुगलकाबाद की शूटिंग रेंज से अतिक्रमण हटाने की शुरुआत कर दी गई है.
साउथ एमसीडी के अध्यक्ष ने कहा- हमने अवैध निर्माण को गिराने का प्लान12-13 दिन पहले बनाया था. जिसमें सुरक्षा व्यवस्था एक बड़ा मुद्दा था. इसे लेकर पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक हुई. इसकी शुरुआत हम शूटिंग रेंज से करेंगे. उन्होंने कहा कि अवैध निर्माण और अतिक्रमण हटाने के लिए नोटिस देने की जरूरत नहीं होती. जिन लोगों ने करण सिंह स्टेडियम रोड की सरकारी जमीनों पर कब्जा कर रास्ता बंद किया है उसको आज पूरी तरह से मुक्त कराने की योजना है.
जहांगीरपुरी के नगर निकाय ने अभियान के दौरान कानून-व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए दिल्ली पुलिस से 400 कर्मियों को बुलाया था. इसके पहले जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती की शोभायात्रा के दौरान पत्थरबाजी और हिंसा हुई थी. हिंसा के बाद MCD और प्रशासन सख्त हो गया. 20 अप्रैल को प्रशासन ने अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलाया. नगर निकाय ने अभियान के दौरान कानून-व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए दिल्ली पुलिस से 400 कर्मियों को तैनात किया था. हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने उसी दिन सुनवाई करके कार्रवाई को रोक दिया. अगली सुनवाई तक यथास्थिति बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं.

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पिछले 23 सालों से डेडीकेटेड पत्रकार अंज़रुल बारी की पहचान प्रिंट, टीवी और डिजिटल मीडिया में एक खास चेहरे के तौर पर रही है. अंज़रुल बारी को देश के एक बेहतरीन और सुलझे एंकर, प्रोड्यूसर और रिपोर्टर के तौर पर जाना जाता है. इन्हें लंबे समय तक संसदीय कार्रवाइयों की रिपोर्टिंग का लंबा अनुभव है. कई भाषाओं के माहिर अंज़रुल बारी टीवी पत्रकारिता से पहले ऑल इंडिया रेडियो, अलग अलग अखबारों और मैग्ज़ीन से जुड़े रहे हैं. इन्हें अपने 23 साला पत्रकारिता के दौर में विदेशी न्यूज़ एजेंसियों के लिए भी काम करने का अच्छा अनुभव है. देश के पहले प्राइवेट न्यूज़ चैनल जैन टीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर शो 'मुसलमान कल आज और कल' को इन्होंने बुलंदियों तक पहुंचाया, टीवी पत्रकारिता के दौर में इन्होंने देश की डिप्राइव्ड समाज को आगे लाने के लिए 'किसान की आवाज़', वॉइस ऑफ क्रिश्चियनिटी' और 'दलित आवाज़', जैसे चर्चित शोज़ को प्रोड्यूस कराया है. ईटीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर राजनीतिक शो 'सेंट्रल हॉल' के भी प्रोड्यूस रह चुके अंज़रुल बारी की कई स्टोरीज़ ने अपनी अलग छाप छोड़ी है. राजनीतिक हल्के में अच्छी पकड़ रखने वाले अंज़र सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय खबरों पर अच्छी पकड़ रखते हैं साथ ही अपने बेबाक कलम और जबान से सदा बहस का मौज़ू रहे है. डी.डी उर्दू चैनल के शुरू होने के बाद फिल्मी हस्तियों के इंटरव्यूज़ पर आधारित स्पेशल शो 'फिल्म की ज़बान उर्दू की तरह' से उन्होंने खूब नाम कमाया. सामाजिक हल्के में अपनी एक अलग पहचान रखने वाले अंज़रुल बारी 'इंडो मिडिल ईस्ट कल्चरल फ़ोरम' नामी मशहूर संस्था के संस्थापक महासचिव भी हैं.

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