Home चुनाव अगले लोकसभा चुनाव को साधने में जुटी बीजेपी, कई राज्यों के संगठन में होंगे बदलाव

अगले लोकसभा चुनाव को साधने में जुटी बीजेपी, कई राज्यों के संगठन में होंगे बदलाव

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अगले लोकसभा चुनाव को साधने में जुटी बीजेपी, कई राज्यों के संगठन में होंगे बदलाव

 

अंज़रुल बारी

बीजेपी अगले लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट गई है. अगले लोकसभा चुनाव में भी पार्टी एक बार फिर से सुनिश्चित हो सके, इसके लिए बड़े स्तर पर संगठन में बदलाव की तैयारी है साथ ही बूथ स्तर पर मजबूत रणनीति की भी तैयारी चल रही है. जानकारी के मुताबिक़ कई राज्यों के संगठन में भी भारी बदलाव की सम्भावना है. यूपी को लेकर ख़ास तैयारी चल रही है. यूपी में पार्टी अध्यक्ष भी चुने जाने हैं साथ ही संगठन में बदलाव कर कई लोगों की छुट्टी भी जा सकती है. खबर के मुताबिक करीब दर्जन भर से ज्यादा नए लोगों को संगठन में जगह देने की भी तैयारी चल रही है. बीजेपी यूपी के साथ ही करीब आधा दर्जन राज्यों में बड़े बदलाव रही है.
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के आठ साल पूरे होने पर बीजेपी संगठन द्वारा मनाया जा रहा ‘सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण पखवाड़ा’ के बाद पार्टी के संगठनात्मक ढांचे में कई बदलाव किए जाने की संभावना है. सूत्रों के अनुसार, कई राज्यों में संगठन में बदलाव किया जाएगा. कुछ राज्यों में नए नेतृत्व के साथ नई टीम तैयार की जाएंगी. यह सारी कवायद अगले लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी संगठन को नए सिरे से मजबूत करने की दृष्टि से की जाएगी.
उत्तर प्रदेश में मौजूदा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के राज्य सरकार में मंत्री बन जाने के बाद वहां पर नए अध्यक्ष की नियुक्ति की जानी है. सूत्रों के अनुसार, राज्य में संगठन प्रभारी और संगठन महामंत्री पद पर भी बदलाव की संभावना है. पिछले माह जयपुर में हुई पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक में संगठन को लेकर नई रूपरेखा तैयार की गई थी. इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी से अगले 25 साल के हिसाब से तैयारी करने को कहा था. ऐसे में पार्टी में सूक्ष्म प्रबंधन पर ज्यादा जोर दिए दिए जाने की संभावना है.
सूत्रों का कहना है कि पार्टी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा अगले माह की शुरुआत में हैदराबाद में होने वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी से पहले या बाद में संगठन में सभी जरूरी बदलाव कर लेंगे. दरअसल बीजेपी को अगले दो साल में हर दो-तीन माह के भीतर कहीं न कहीं चुनाव में जाना ही पड़ रहा है. चाहे वह पंचायत या स्थानीय निकाय के चुनाव या विधानसभा के चुनाव. ऐसे में पार्टी विभिन्न राज्यों में लगातार व्यस्त रहेगी.

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पिछले 23 सालों से डेडीकेटेड पत्रकार अंज़रुल बारी की पहचान प्रिंट, टीवी और डिजिटल मीडिया में एक खास चेहरे के तौर पर रही है. अंज़रुल बारी को देश के एक बेहतरीन और सुलझे एंकर, प्रोड्यूसर और रिपोर्टर के तौर पर जाना जाता है. इन्हें लंबे समय तक संसदीय कार्रवाइयों की रिपोर्टिंग का लंबा अनुभव है. कई भाषाओं के माहिर अंज़रुल बारी टीवी पत्रकारिता से पहले ऑल इंडिया रेडियो, अलग अलग अखबारों और मैग्ज़ीन से जुड़े रहे हैं. इन्हें अपने 23 साला पत्रकारिता के दौर में विदेशी न्यूज़ एजेंसियों के लिए भी काम करने का अच्छा अनुभव है. देश के पहले प्राइवेट न्यूज़ चैनल जैन टीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर शो 'मुसलमान कल आज और कल' को इन्होंने बुलंदियों तक पहुंचाया, टीवी पत्रकारिता के दौर में इन्होंने देश की डिप्राइव्ड समाज को आगे लाने के लिए 'किसान की आवाज़', वॉइस ऑफ क्रिश्चियनिटी' और 'दलित आवाज़', जैसे चर्चित शोज़ को प्रोड्यूस कराया है. ईटीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर राजनीतिक शो 'सेंट्रल हॉल' के भी प्रोड्यूस रह चुके अंज़रुल बारी की कई स्टोरीज़ ने अपनी अलग छाप छोड़ी है. राजनीतिक हल्के में अच्छी पकड़ रखने वाले अंज़र सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय खबरों पर अच्छी पकड़ रखते हैं साथ ही अपने बेबाक कलम और जबान से सदा बहस का मौज़ू रहे है. डी.डी उर्दू चैनल के शुरू होने के बाद फिल्मी हस्तियों के इंटरव्यूज़ पर आधारित स्पेशल शो 'फिल्म की ज़बान उर्दू की तरह' से उन्होंने खूब नाम कमाया. सामाजिक हल्के में अपनी एक अलग पहचान रखने वाले अंज़रुल बारी 'इंडो मिडिल ईस्ट कल्चरल फ़ोरम' नामी मशहूर संस्था के संस्थापक महासचिव भी हैं.

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