Friday, November 22, 2024
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कशी – मथुरा विवाद पर बीजेपी की सोच का खुलासा

 

 

अखिलेश अखिल

 

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने कहा है कि कशी विश्वनाथ और ज्ञानवापी मस्जिद का विवाद संविधान के मुताबिक़ सुलझाया जायेगा. नड्डा ने कहा कि इस मसले पर अदालत के फैसले का पार्टी पालन करेगी. नड्डा के इस बयान को पार्टी का आधिकारिक बयान माना जा रहा है. इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, नड्डा ने कहा, ‘हम हमेशा सांस्कृतिक विकास की बात करते रहे हैं, लेकिन ये मुद्दे कोर्ट के फैसले और संविधान के हिसाब से सुलझाए जाएंगे. ऐसे में अदालत और संविधान इसपर फैसला लेंगे और बीजेपी इनका पालन करेगी.’

रिपोर्ट के अनुसार, काशी और मथुरा में मंदिरों को हासिल करना बीजेपी के एजेंडा में है या नहीं? इसपर उन्होंने कहा कि पालमपुर में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में राम जन्मभूमि पार्टी के प्रस्ताव का हिस्सा था, लेकिन ‘उसके बाद कोई संकल्प नहीं लिया गया है.’ जून 1989 में पालमपुलर संकल्प के बाद बीजेपी ने राम जन्मभूमि आंदोलन शुरू किया था.

रिपोर्ट के मुताबिक, इस मामले पर सरकार के शीर्ष पदाधिकारी ने अलग से बात की. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने काशी और मथुरा विवादों को लेकर कुछ नहीं कहा है और वो कोर्ट के फैसले के साथ जाएंगे.

प्रेस कॉन्फ्रेंस में नड्डा ने कहा कि बीजेपी सशक्त राष्ट्र बनाने में सभी को साथ लेकर चलने के लिए तैयार है. साथ ही उन्होंने इस बात को खारिज किया कि मोदी सरकार में लोगों का एक वर्ग खुद को अलग-थलग महसूस कर रहा है. उन्होंने कहा, ‘जब हम राजनीतिक तौर पर काम करते हैं, तो हमारा प्रयास सभी को साथ लेकर चलने का होता है. हमने इसके लिए तैयार रहना होगा.’

उन्होंने कहा, ‘समाज में कई तरह के लोग होते हैं. कुछ पहले प्रतिक्रिया देते हैं, कुछ बाद में, कुछ दशकों बाद और कुछ काफी समय गुजर जाने के बाद देते हैं. यह उनपर निर्भर करता है. लेकिन हमारा काम करने का तरीका सशक्त राष्ट्र, एक राष्ट्र के सिद्धांत पर है. यह साफ है और सभी को बराबर हिस्सा मिलेगा.’

Anzarul Bari
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पिछले 23 सालों से डेडीकेटेड पत्रकार अंज़रुल बारी की पहचान प्रिंट, टीवी और डिजिटल मीडिया में एक खास चेहरे के तौर पर रही है. अंज़रुल बारी को देश के एक बेहतरीन और सुलझे एंकर, प्रोड्यूसर और रिपोर्टर के तौर पर जाना जाता है. इन्हें लंबे समय तक संसदीय कार्रवाइयों की रिपोर्टिंग का लंबा अनुभव है. कई भाषाओं के माहिर अंज़रुल बारी टीवी पत्रकारिता से पहले ऑल इंडिया रेडियो, अलग अलग अखबारों और मैग्ज़ीन से जुड़े रहे हैं. इन्हें अपने 23 साला पत्रकारिता के दौर में विदेशी न्यूज़ एजेंसियों के लिए भी काम करने का अच्छा अनुभव है. देश के पहले प्राइवेट न्यूज़ चैनल जैन टीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर शो 'मुसलमान कल आज और कल' को इन्होंने बुलंदियों तक पहुंचाया, टीवी पत्रकारिता के दौर में इन्होंने देश की डिप्राइव्ड समाज को आगे लाने के लिए 'किसान की आवाज़', वॉइस ऑफ क्रिश्चियनिटी' और 'दलित आवाज़', जैसे चर्चित शोज़ को प्रोड्यूस कराया है. ईटीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर राजनीतिक शो 'सेंट्रल हॉल' के भी प्रोड्यूस रह चुके अंज़रुल बारी की कई स्टोरीज़ ने अपनी अलग छाप छोड़ी है. राजनीतिक हल्के में अच्छी पकड़ रखने वाले अंज़र सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय खबरों पर अच्छी पकड़ रखते हैं साथ ही अपने बेबाक कलम और जबान से सदा बहस का मौज़ू रहे है. डी.डी उर्दू चैनल के शुरू होने के बाद फिल्मी हस्तियों के इंटरव्यूज़ पर आधारित स्पेशल शो 'फिल्म की ज़बान उर्दू की तरह' से उन्होंने खूब नाम कमाया. सामाजिक हल्के में अपनी एक अलग पहचान रखने वाले अंज़रुल बारी 'इंडो मिडिल ईस्ट कल्चरल फ़ोरम' नामी मशहूर संस्था के संस्थापक महासचिव भी हैं.
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