Sunday, September 8, 2024
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आजम खां की पारिवारिक राजनीति का अंत! आजम के बाद बेटे अब्दुल्लाह की भी विधानसभा सदस्यता रद्द

समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान के बाद अब उनके बेटे और पार्टी के स्वार सीट से विधायक अब्दुल्ला आजम की भी विधानसभा सदस्यता रद्द कर दी गई है. वो 2022 में रामपुर जिले के स्वार विधानसभा क्षेत्र से चुने गए थे. स्वार विधानसभा सीट 13 फरवरी 2023 से खाली घोषित कर दी गई है. अब्दुल्ला आजम को एक मामले में दो साल कैद और 3000 रुपये जुर्माने की सजा सुनाई गई है. इसलिए उनकी विधानसभा सदस्यता रद्द की गई है. विधानसभा सचिवालय ने उनकी सदस्यता रद्द करने की अधिसूचना जारी कर दी है. उत्तर प्रदेश विधानसभा सचिवालय के मुताबिक अब्दुल्ला आजम की विधानसभा की सदस्यता रद्द कर दी गई है. स्वार विधानसभा क्षेत्र 13 फरवरी 2023 से रिक्त घोषित किया गया है.

याद रहे कि रामपुर सीट से बीजेपी विधायक आकाश सक्सेना ने अब्दुल्ला आजम की विधानसभा के मुख्य सचिव को पत्र लिखा था. अब्दुल्ला आजम की सदस्यता दूसरी बार रद्द की गई है. 2017 के विधानसभा चुनाव में वो पहली बार विधायक बने थे. पहली बार कम उम्र के कारण उन्हें अयोग्य घोषित किया गया था. इस बार कोर्ट द्वारा दी गई सजा के चलते उनकी सदस्यता रद्द कर दी गई है.

गौरतलब है कि इससे पहले आजम खां लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा देकर रामपुर शहर विधानसभा सीट से विधानसभा सदस्य चुने गए थे. लेकिन हेट स्पीच के एक मामले में 3 साल कैद की सजा सुनाए जाने के बाद उनकी विधानसभा की सदस्यता भी रद्द कर दी गई. उसके बाद रामपुर सीट पर हुए उपचुनाव में समाजवादी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था, और आजादी के बाद पहली बार बीजेपी ने इस सीट पर जीत का परचम लहरा दिया था.

Anzarul Bari
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पिछले 23 सालों से डेडीकेटेड पत्रकार अंज़रुल बारी की पहचान प्रिंट, टीवी और डिजिटल मीडिया में एक खास चेहरे के तौर पर रही है. अंज़रुल बारी को देश के एक बेहतरीन और सुलझे एंकर, प्रोड्यूसर और रिपोर्टर के तौर पर जाना जाता है. इन्हें लंबे समय तक संसदीय कार्रवाइयों की रिपोर्टिंग का लंबा अनुभव है. कई भाषाओं के माहिर अंज़रुल बारी टीवी पत्रकारिता से पहले ऑल इंडिया रेडियो, अलग अलग अखबारों और मैग्ज़ीन से जुड़े रहे हैं. इन्हें अपने 23 साला पत्रकारिता के दौर में विदेशी न्यूज़ एजेंसियों के लिए भी काम करने का अच्छा अनुभव है. देश के पहले प्राइवेट न्यूज़ चैनल जैन टीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर शो 'मुसलमान कल आज और कल' को इन्होंने बुलंदियों तक पहुंचाया, टीवी पत्रकारिता के दौर में इन्होंने देश की डिप्राइव्ड समाज को आगे लाने के लिए 'किसान की आवाज़', वॉइस ऑफ क्रिश्चियनिटी' और 'दलित आवाज़', जैसे चर्चित शोज़ को प्रोड्यूस कराया है. ईटीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर राजनीतिक शो 'सेंट्रल हॉल' के भी प्रोड्यूस रह चुके अंज़रुल बारी की कई स्टोरीज़ ने अपनी अलग छाप छोड़ी है. राजनीतिक हल्के में अच्छी पकड़ रखने वाले अंज़र सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय खबरों पर अच्छी पकड़ रखते हैं साथ ही अपने बेबाक कलम और जबान से सदा बहस का मौज़ू रहे है. डी.डी उर्दू चैनल के शुरू होने के बाद फिल्मी हस्तियों के इंटरव्यूज़ पर आधारित स्पेशल शो 'फिल्म की ज़बान उर्दू की तरह' से उन्होंने खूब नाम कमाया. सामाजिक हल्के में अपनी एक अलग पहचान रखने वाले अंज़रुल बारी 'इंडो मिडिल ईस्ट कल्चरल फ़ोरम' नामी मशहूर संस्था के संस्थापक महासचिव भी हैं.
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