कड़ी सुरक्षा के बीच संसदीय और प्रांतीय चुनावों के लिए मतगणना शुरू होने के बीच नेपाली कांग्रेस (एनसी) के नेतृत्व वाला गठबंधन मंगलवार को नेपाल में संसदीय चुनावों में बहुमत हासिल करने के करीब पहुंचता दिखा है. सत्तारूढ़ गठबंधन ने लगभग 70 सीटों पर या तो जीत हासिल कर ली है या उन पर उसके उम्मीदवार आगे चल रहे है. नेपाल के मुख्य विपक्षी दल सीपीएन-यूएमएल (कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल-यूनिफाइड मार्क्ससिस्ट-लेनिनिस्ट) ने अब तक दो सीटों पर जीत हासिल की है और 40 अन्य सीटों पर आगे चल रही है.
एनसी के नेतृत्व वाले गठबंधन में सीपीएन-माओवादी सेंटर और सीपीएन-यूनिफाइड सोशलिस्ट पार्टियां शामिल हैं. हिमालयी देश में प्रतिनिधि सभा और सात प्रांतों की विधानसभाओं के लिए गत रविवार को मतदान हुआ था. मतों की गिनती सोमवार को शुरू की गई. संसद के 275 सदस्यों में से 165 प्रत्यक्ष मतदान के माध्यम से चुने जाएंगे, जबकि शेष 110 आनुपातिक चुनाव प्रणाली के माध्यम से चुने जाएंगे. इसी तरह, प्रांतीय विधानसभाओं के कुल 550 सदस्यों में से 330 सीधे चुने जाएंगे और 220 आनुपातिक पद्धति से चुने जाएंगे.
निर्वाचन आयोग के अधिकारियों के मुताबिक, नेपाली कांग्रेस ने काठमांडू जिले में अपना खाता खोल लिया है. पार्टी प्रत्याशी प्रकाश मान सिंह ने काठमांडू-1 सीट से जीत दर्ज कर ली है. सिंह को कुल 7,140 वोट मिले, जबकि उनके करीबी प्रतिद्वंद्वी एवं राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी (आरपीपी) के उम्मीदवार रवींद्र मिश्रा ने 7,011 मत हासिल किए. नेपाली कांग्रेस के महासचिव गगन थापा ने काठमांडू निर्वाचन संख्या-4 से प्रतिनिधि सभा का चुनाव करीब 7,500 मतों के अंतर से जीता. उन्होंने सीपीएन-यूएमएल के राजन भट्टराई को हराया. थापा को 21,294 वोट जबकि भट्टराई को 13,853 वोट मिले.
प्रधानमंत्री और नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष शेर बहादुर देउबा डडेलधुरा जिले में अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सागर ढकाल से 6,124 मतों से आगे चल रहे हैं. उन्हें अभी तक 13,126 मत मिले हैं. उनके नजदीकी प्रतिद्वंद्वी निर्दलीय उम्मीदवार सागर ढकाल को 7,002 वोट मिले हैं. नेपाली कांग्रेस ने मनाग जिले में भी एक सीट जीती है. पार्टी उम्मीदवार टेक बहादुर गुरुंग को यहां उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी पाल्डेन गुरुंग के 2,247 वोटों के मुकाबले 2,547 मत मिले हैं. नेपाली कांग्रेस मस्तंग निर्वाचन क्षेत्र में भी जीत दर्ज करने में कामयाब रही. पार्टी के उम्मीदवार योगेंद्र ठकाली ने यहां जीत दर्ज की है.
निर्वाचन आयोग के अधिकारियों के अनुसार, एनसी 47 अन्य एचओआर सीटों पर आगे चल रही है. वहीं, ललितपुर-2 निर्वाचन क्षेत्र में सीपीएन-यूएमएल ने पहली सीट पर जीत दर्ज की है. प्रेम बहादुर महाराजन ने हमरो नेपाली पार्टी के सुदिन शाक्य को 6,139 मतों के अंतर से हराया. महारजन को 15,025 वोट मिले जबकि शाक्य को 8,886 वोट मिले. सीपीएन-यूएमएल के कृष्ण गोपाल श्रेष्ठ ने काठमांडू-9 निर्वाचन क्षेत्र से प्रतिनिधि सभा की सीट जीती. उन्हें राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी के प्रतिद्वंद्वी टेक बहादुर पोखरियाल के 10,961 मतों के मुकाबले 11,956 मत मिले. इस बीच, सीपीएन-माओवादी के अध्यक्ष पुष्पकमल दहल ‘प्रचंड’ गोरखा-2 निर्वाचन क्षेत्र से आगे चल रहे हैं. उन्हें अब तक आरएसपी के कवींद्र बुर्लाकोटी के 1,929 मतों के मुकाबले 7,057 मत मिले हैं.
पूर्व प्रधानमंत्री और सीपीएन-यूएमएल अध्यक्ष के पी शर्मा ओली झापा-5 निर्वाचन क्षेत्र से आगे चल रहे हैं. नागरिक उन्मुक्ति पार्टी के उम्मीदवार गंगाराम चौधरी ने कैलाली-3 निर्वाचन क्षेत्र से प्रतिनिधि सभा का चुनाव जीता. उन्हें 23,120 वोट मिले हैं जबकि सीपीएन – माओवादी सेंटर के कुंदन चौधरी को 17,749 वोट मिले. निर्वाचन आयोग के अधिकारियों के अनुसार, सीपीएन – माओवादी सेंटर 14 प्रतिनिधि सभा सीटों पर, राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी 11 पर, सीपीएन – यूनिफाइड सोशलिस्ट 7 पर, राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी 6 और नागरिक उन्मुक्ति पार्टी 3 सीटों पर आगे चल रही है.
प्रतिनिधि सभा और प्रांतीय विधानसभाओं का चुनाव करने के लिए 1 करोड़ 79 लाख से अधिक मतदाता मतदान करने के पात्र थे. संसद के 275 सदस्यों में से 165 प्रत्यक्ष मतदान के माध्यम से चुने जाएंगे, जबकि शेष 110 आनुपातिक चुनाव प्रणाली के माध्यम से चुने जाएंगे. मतदाताओं ने सात प्रांतीय विधानसभाओं के प्रतिनिधियों को चुनने के लिए भी मतदान किया. प्रांतीय विधानसभाओं के कुल 550 सदस्यों में से 330 सीधे चुने जाएंगे और 220 आनुपातिक पद्धति से चुने जाएंगे.
सत्ताधारी नेपाली कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रकाश मान सिंह ने कहा कि नेपाल की नई सरकार को भारत और चीन दोनों के साथ सौहार्दपूर्ण और मैत्रीपूर्ण संबंध विकसित करने चाहिए. प्रकाश मान सिंह ने मात्र 127 वोटों के अंतर से प्रतिनिधि सभा का चुनाव जीता है. चुनाव जीतने के तुरंत बाद यहां अपने आवास पर एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि उचित अवसर आने पर मैं नई सरकार का नेतृत्व करने के लिए संसदीय दल के नेता का चुनाव लड़ूंगा.