पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान पर जानलेवा हमला हुआ है. ये हमला ए के-47 से किया गया है. खबर के मुताबिक ये हमला उस समय हुआ, जब इमरान खान गुजरांवाला के बजीराबाद में एक सभा को संबोधित कर रहे थे. हमलावरों ने इमरान की हत्या करने के लिए गोलियां चलाई थी. इस हमले में एक व्यक्ति की मौत हुई है, जबकि 14 लोग घायल हुए हैं. घायलों में कइयों की हालत गंभीर बताई जा रही है.
इमरान खान को बचाकर किसी तरह अस्पताल पहुंचाया गया है. खान खतरा से बाहर हैं. लेकिन घटना के बाद पाकिस्तान की राजनीति गरमा गई है. मौजूदा सरकार ने इस घटना को तुरंत जांच करने की बात कही है, और प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ ने गृह मंत्री से घटना की रिपोर्ट मांगी है. उधर भारत भी इस घटना पर पैनी निगाह रखे हुए है. इस खबर से दुनिया के भी कई देश विस्मित हो गए हैं. जियो टीवी के मुताबिक अस्पताल में ही इमरान खान ने कहा कि अल्लाह ने मुझे नई जिंदगी दी है. मैं दोबारा लड़ाई लड़ूंगा.
पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक फायरिंग करने वाले शख्स को आसपास मौजूद लोगों ने पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया है. उसका नाम नावेद बताया जा रहा है. इमरान की पार्टी हमले के पीछे विपक्षी पार्टियों का हाथ होने की आशंका भी जता रही है.
उधर हमलावरों में से एक ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इमरान लोगों को गुमराह रहे थे. मुझसे यह देखा नहीं गया. अजान के समय डेक बजाकर शोर कर रहे थे. मैंने केवल इमरान खान को मारने की कोशिश की. इसलिए उसने इस तरह का कदम उठाया. वहीं खबर यह भी है कि इमरान पर हमला करने वाले दूसरे हमलावर की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. हालांकि इसकी अभी तक पुष्टि नहीं हो पाई है.
आपको बता दें कि इमरान खान पिछले 28 अक्टूबर से पाकिस्तान की मौजूदा सरकार के खिलाफ आजादी मार्च (लॉन्ग मार्च) निकाल रहे हैं. तमाम शहरों में रैली के जरिए जनता को अपने पक्ष में करने का प्रयास कर रहे हैं. दरअसल, पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने इमरान खान की संसद सदस्यता रद्द कर दी है.
इमरान खान पर आरोप है कि प्रधानमंत्री रहते हुए उन्हें जो गिफ्ट मिले उसकी गलत जानकारी दी. इमरान खान पर आरोप है कि उन्हें जो गिफ्ट मिले थे. पहले तो उसे तोशखाने (सरकारी खजाने) में जमा कराया और बाद में सस्ते दाम पर खरीद लिया. फिर इन्हीं तोहफों को महंगे दाम पर बेचकर पैसे कमाए.