Tuesday, March 19, 2024
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हमारी सदा ट्रस्ट के मातहत चलने वाले ‘औजे फलक शिक्षा सेंटर’ में बाल दिवस समारोह का आयोजन

नई दिल्ली: हमारी सदा ट्रस्ट के अधीन चलने वाले ‘औजे फलक शिक्षा सेंटर’ में आज बहुत ही धूमधाम से बाल दिवस मनाया गया. इस मौके पर सेंटर के छात्रों ने देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू को याद करते हुए उनकी जीवनी पर प्रकाश डाला. कविताएं सुनाईं और साथ ही साथ रंगा-रंग कार्यक्रम प्रस्तुत किये.

इस बाल दिवस समारोह के अवसर पर गेस्ट ऑफ ऑनर्स के तौर पर इंजीनियर, सामाजिक कार्यकर्ता, आगाज ए दोस्ती और मिशन भारतीयम के फाउंडर रवि नितेश मौजूद रहे. बच्चों के सामने अपने विचार रखते हुए उन्होंने कहा कि पढ़ाई बहुत ज़रूरी है. पढ़ाई कठिन नहीं है, बस थोड़ी सी मेहनत और लगन से सब आसान हो जाता है.

उन्होंने बच्चों से कहा कि आप लोग स्कूल जाते हो, शिक्षा सेंटर जाते हो और किताबों को बार बार पढ़ते हो, इस तरह से चीज़ें आसान हो जाती हैं. पढ़ाई से डरना नहीं है बल्कि जो चीज़ कठिन है उसको मेहनत और लगन से आसान बनाना है और इस तरह से आगे चल कर डॉक्टर और इंजीनियर बनोगे. अपने घर का और देश का नाम रोशन करोगे. उन्होंने कहा कि जो सपने पूरे करने हैं उसके लिए पढ़ाई ज़रूरी है मेहनत ज़रूरी है.

उन्होंने अभिभावकों से कहा कि यही बच्चे आपकी उम्मीद हैं और यही कल कुछ कर के दिखाएंगे, इसलिए इन बच्चों पर ध्यान दें और आपके आस पास जो बच्चे रहते हैं उनको भी स्कूल, शिक्षा सेंटर भेजने के लिए कहें ताकि सिर्फ आपके बच्चे ही नहीं बल्कि उस इलाक़े के सभी बच्चे पढ़ लिख कर देश का नाम रोशन कर सकें.

इस मौके पर औजे फलक शिक्षा सेंटर की तरफ से बच्चों का मनोबल बढाने के लिए पुरस्कार भी दिया गया और जो बच्चे मेहनत से पढ़ते लिखते हैं और रोज़ शिक्षा सेंटर समय पर आते हैं, जिनकी उपस्थिति बहुत अच्छी हैं उनको भी गेस्ट ऑफ ऑनर्स के हाथों पुरस्कार दिया गया.

इस मौके पर रानी, ज़ोया, यास्मीन सैफ़ी, जस्मीन सैफ़ी, अनुष्का कुमारी, अंश, सारा, मोहममद तौसीफ, सारा मालिक, इब्राहीम, ज़ेहरा, तानिया, शाइस्ता, आयशा, पायल, मुसर्रत, ख़ुशी और अरहान जैसे छात्रों ने देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू को याद करते हुए उनकी जीवनी पर प्रकाश डाला.

हमारी सदा ट्रस्ट के संस्पाथक मोहम्मद इरशाद आलम ने बाल दिवस समारोह के मौके पर कहा कि शिक्षा के मैदान में ट्रस्ट कई सालों से एक नुमाया खिदमात अंजाम दे रहा है. हमारी कोशिश है कि जहां तक मुमकिन हो कोई भी बच्चा अपनी गरीबी की वजह से तालीम से दूर न रहे. तालीम हर बच्चे का हक़ है जो उसको मिलना चाहिए और इस हक़ को दिलाने में हम कामयाब भी हो रहे हैं. इसके अलावा हमारी सदा ट्रस्ट की कोशिश है कि जो बच्चे अभी रह गए हैं उनको जल्द से जल्द इस शिक्षा सेंटर से जोड़ सकें ताकि वह भी पढ़ लिख सकें.

बाल दिवस समारोह के मौके पर छात्रों और अभिभावकों के लिए ह्यूमन वेलफेयर फाउंडेशन के अधीन चलने वाला प्रोजेक्ट एहसास के कम्युनिटी किचन विज़न 2026 की तरफ से लंच का एहतमाम किया गया था.

बता दें कि बाल दिवस का बहुत महत्व है, 14 नवंबर को बच्चों के अधिकारों और उनकी शिक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए मनाया जाता है. इस दिन देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के सम्मान और श्रद्धांजली भी दी जाती है. वे एक जाने माने पॉलिटिशियन ही नहीं बल्कि एक महान स्वतंत्रता सेनानी भी थे, जिन्होंने देश को आजाद कराने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी. 1947 में उन्होंने देश के पहले प्रधानमंत्री के रुप में शपथ ली. देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू का बच्चों के लिए विशेष लगाव था, वे बच्चों से इतना ज्यादा प्यार करते थे कि बच्चे उन्हें चाचा नेहरू कहकर बुलाते थे. हर साल पंडित जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिवस के मौके पर बाल दिवस मनाया जाता है.

इस बाल दिवस समारोह के मौके पर सईद अहमद, मुस्कान मलिक, हामिद अली, मंसूर हुसैन, सिबगतुल्लाह इत्यादि मौजूद रहे.

Anzarul Bari
Anzarul Bari
पिछले 23 सालों से डेडीकेटेड पत्रकार अंज़रुल बारी की पहचान प्रिंट, टीवी और डिजिटल मीडिया में एक खास चेहरे के तौर पर रही है. अंज़रुल बारी को देश के एक बेहतरीन और सुलझे एंकर, प्रोड्यूसर और रिपोर्टर के तौर पर जाना जाता है. इन्हें लंबे समय तक संसदीय कार्रवाइयों की रिपोर्टिंग का लंबा अनुभव है. कई भाषाओं के माहिर अंज़रुल बारी टीवी पत्रकारिता से पहले ऑल इंडिया रेडियो, अलग अलग अखबारों और मैग्ज़ीन से जुड़े रहे हैं. इन्हें अपने 23 साला पत्रकारिता के दौर में विदेशी न्यूज़ एजेंसियों के लिए भी काम करने का अच्छा अनुभव है. देश के पहले प्राइवेट न्यूज़ चैनल जैन टीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर शो 'मुसलमान कल आज और कल' को इन्होंने बुलंदियों तक पहुंचाया, टीवी पत्रकारिता के दौर में इन्होंने देश की डिप्राइव्ड समाज को आगे लाने के लिए 'किसान की आवाज़', वॉइस ऑफ क्रिश्चियनिटी' और 'दलित आवाज़', जैसे चर्चित शोज़ को प्रोड्यूस कराया है. ईटीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर राजनीतिक शो 'सेंट्रल हॉल' के भी प्रोड्यूस रह चुके अंज़रुल बारी की कई स्टोरीज़ ने अपनी अलग छाप छोड़ी है. राजनीतिक हल्के में अच्छी पकड़ रखने वाले अंज़र सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय खबरों पर अच्छी पकड़ रखते हैं साथ ही अपने बेबाक कलम और जबान से सदा बहस का मौज़ू रहे है. डी.डी उर्दू चैनल के शुरू होने के बाद फिल्मी हस्तियों के इंटरव्यूज़ पर आधारित स्पेशल शो 'फिल्म की ज़बान उर्दू की तरह' से उन्होंने खूब नाम कमाया. सामाजिक हल्के में अपनी एक अलग पहचान रखने वाले अंज़रुल बारी 'इंडो मिडिल ईस्ट कल्चरल फ़ोरम' नामी मशहूर संस्था के संस्थापक महासचिव भी हैं.
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