Friday, April 19, 2024
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सोमालिया: मोगादिशु में आत्मघाती बम धमाकों में मरने वालों की संख्या 100 के पर, 300 से अधिक घायल

सोमालिया की राजधानी मोगादिशु में हुए प्रमुख सरकारी कार्यालयों के पास एक व्यस्त जंक्शन पर दो कार बम विस्फोट हुए हैं. इन आत्मघाती बम धमाकों में मरने वालों की संख्या 100 के पार पहुंच गई है. जबकि 300 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं. आशंका जताई जा रही है कि मरने वालों की संख्या और भी बढ़ सकती है.

सोमालिया के राष्ट्रपति हसन शेख मोहम्मद ने कल हुए विस्फोटों के लिए अल कायदा से जुड़े संगठन अल-शबाब समूह को जिम्मेदार ठहराया है. राष्ट्रपति हसन शेख मोहम्मद ने कहा है कि राजधानी मोगादिशु में दो कार बम विस्फोटों में 100 लोग मारे गए और 300 घायल हो गए.

सोमालिया के राष्ट्रपति ने आशंका जताई है कि विस्फोटों में मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है. मोगादिशू में यह हमला उस दिन हुआ जब राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और अन्य वरिष्ठ अधिकारी हिंसक उग्रवाद खासकर अल-कायदा से जुड़े अल-शबाब समूह से निपटने के मकसद से विस्तारित प्रयासों पर चर्चा करने के लिए बैठक कर रहे थे.

सोमालिया में संयुक्त राष्ट्र मिशन ने “क्रूर हमले” की निंदा की है और पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है. एम्बुलेंस सेवा के निदेशक अब्दुलकादिर अदन ने एक ट्वीट में कहा, पहले हमले में घायल लोगों की मदद करने वाली एक एम्बुलेंस दूसरे विस्फोट से नष्ट हो गई. एक प्रत्यक्षदर्शी अब्दिरजाक हसन ने कहा, जब दूसरा धमाका हुआ तब मैं 100 मीटर दूर था. मैं जमीन पर पड़े शवों की गिनती नहीं कर सका. उसने कहा कि पहला धमाका शिक्षा मंत्रालय की चारदीवारी के बाहर हुआ, जहां फेरीवाले और मुद्रा परिवर्तित करने वाले मौजूद थे.

गौरतलब है कि कल मोगादिशु में शिक्षा मंत्रालय की इमारत के पास दो आत्मघाती बम विस्फोट किए गए थे. इस स्थान पर पांच साल पहले भी भीषण विस्फोट हुआ था, जिसमें 500 से अधिक लोग मारे गए थे. बहरहाल, शनिवार को हुए हमले की जिम्मेदारी अल शबाब ग्रुप ने ली है.

Anzarul Bari
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पिछले 23 सालों से डेडीकेटेड पत्रकार अंज़रुल बारी की पहचान प्रिंट, टीवी और डिजिटल मीडिया में एक खास चेहरे के तौर पर रही है. अंज़रुल बारी को देश के एक बेहतरीन और सुलझे एंकर, प्रोड्यूसर और रिपोर्टर के तौर पर जाना जाता है. इन्हें लंबे समय तक संसदीय कार्रवाइयों की रिपोर्टिंग का लंबा अनुभव है. कई भाषाओं के माहिर अंज़रुल बारी टीवी पत्रकारिता से पहले ऑल इंडिया रेडियो, अलग अलग अखबारों और मैग्ज़ीन से जुड़े रहे हैं. इन्हें अपने 23 साला पत्रकारिता के दौर में विदेशी न्यूज़ एजेंसियों के लिए भी काम करने का अच्छा अनुभव है. देश के पहले प्राइवेट न्यूज़ चैनल जैन टीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर शो 'मुसलमान कल आज और कल' को इन्होंने बुलंदियों तक पहुंचाया, टीवी पत्रकारिता के दौर में इन्होंने देश की डिप्राइव्ड समाज को आगे लाने के लिए 'किसान की आवाज़', वॉइस ऑफ क्रिश्चियनिटी' और 'दलित आवाज़', जैसे चर्चित शोज़ को प्रोड्यूस कराया है. ईटीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर राजनीतिक शो 'सेंट्रल हॉल' के भी प्रोड्यूस रह चुके अंज़रुल बारी की कई स्टोरीज़ ने अपनी अलग छाप छोड़ी है. राजनीतिक हल्के में अच्छी पकड़ रखने वाले अंज़र सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय खबरों पर अच्छी पकड़ रखते हैं साथ ही अपने बेबाक कलम और जबान से सदा बहस का मौज़ू रहे है. डी.डी उर्दू चैनल के शुरू होने के बाद फिल्मी हस्तियों के इंटरव्यूज़ पर आधारित स्पेशल शो 'फिल्म की ज़बान उर्दू की तरह' से उन्होंने खूब नाम कमाया. सामाजिक हल्के में अपनी एक अलग पहचान रखने वाले अंज़रुल बारी 'इंडो मिडिल ईस्ट कल्चरल फ़ोरम' नामी मशहूर संस्था के संस्थापक महासचिव भी हैं.
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