क्या कांग्रेस में 24 साल बाद नेहरू-गांधी परिवार के बाहर से कोई अध्यक्ष बनेगा ? प्रदेश कांग्रेस समितियों यानी पीसीसी के 9000 से अधिक प्रतिनिधि गुप्त मतदान के जरिए पार्टी के नए अध्यक्ष का आज चुनाव कर रहे हैं. बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर के बीच सोमवार को चुनावी मुकाबला हो रहा है. पार्टी मुख्यालय में और देशभर में 65 से अधिक केंद्रों पर मतदान चल रहा है. 19 अक्टूबर को वोटों की गिनती के बाद नतीजों का एलान किया जाएगा.
कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव समिति के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री ने न्यूज एजेंसी से बातचीत में कहा कि मतदान 10 बजे से शाम 4 बजे तक किया जा सकेगा. सभी राज्यों के प्रतिनिधि अपने – अपने मतदान केंद्रों पर वोट डाल सकेंगे. उन्होंने बताया कि सभी केंद्रों पर मतदान के लिए सुचारू रूप से व्यवस्था की गई है. मिस्त्री ने आगे कहा कि वोटिंग समाप्त होने के बाद 18 अक्टूबर को बैलेट बॉक्स इकट्ठा करके कांग्रेस के दिल्ली मुख्यालय भेजा जाएगा. वोटों की गिनती 19 अक्टूबर को होगी.
उन्होंने कहा कि एआईसीसी में भी मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं, जहां 50 से अधिक लोग मतदान करेंगे. पूरी मतदान प्रक्रिया निष्पक्ष और स्वतंत्र होगी, इसमें कोई शक नहीं है.’ मधुसूदन मिस्त्री ने पहले भी कहा था कि कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव गुप्त मतदान के जरिए होगा और किसी को पता नहीं चलेगा कि किसने किसे वोट डाला. उन्होंने कहा कि दोनों उम्मीदवारों के लिए समान अवसर मुहैया कराए गए हैं.
याद रहे कि कांग्रेस में 24 साल बाद नेहरू-गांधी परिवार के बाहर से कोई अध्यक्ष बनने जा रहा है. कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए पिछली बार चुनाव 2000 में हुआ था जब जितेंद्र प्रसाद को सोनिया गांधी के हाथों जबरदस्त हार का सामना करना पड़ा था. सोनिया, राहुल और प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस बार अध्यक्ष पद की दौड़ से बाहर रहने का फैसला किया है, जिससे 24 साल के गैप के बाद गांधी परिवार के बाहर का सदस्य इस जिम्मेदारी को संभालेगा. कांग्रेस के 137 साल के इतिहास में छठी बार अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हो रहा है.