अखिलेश अखिल
सच क्या है यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा लेकिन यस बैंक के अधिकारी रहे राणा कपूर के बयान के बाद कांग्रेस और बीजेपी आमने सामने है. राजनीति का यह खेल कहाँ तक जाएगा, कहना मुश्किल है, लेकिन फिलहाल तो एम एफ हुसैन की पेंटिंग से जुड़ा विवाद बहुत कुछ कहता नजर आ रहा है.
प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में दाखिल चार्जशीट के मुताबिक यस बैंक के सह संस्थापक राणा कपूर ने केंद्रीय एजेंसी को बताया कि उन्हें कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा से एम एफ हुसैन की पेंटिंग खरीदने के लिए ‘विवश’ किया गया और तस्वीर से प्राप्त राशि का इस्तेमाल गांधी परिवार ने सोनिया गांधी का न्यूयॉर्क में इलाज कराने के लिए किया था.
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता आरपी सिंह ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी द्वारा लिखित एक लेटर शेयर किया, जो कथित तौर पर पुष्टि करता है कि राणा कपूर ने एमएफ हुसैन की पेंटिंग 2 करोड़ रुपये में खरीदी थी. आरपी सिंह ने प्रियंका गांधी द्वारा साइन किया हुआ एक लेटर ट्विटर पर शेयर किया, जिसमें एमएफ हुसैन द्वारा पेंट किया हुआ राजीव गांधी का पोर्ट्रेट खरीदने के लिए राणा कपूर को धन्यवाद दिया गया था.
इससे पहले यस बैंक के सह-संस्थापक राणा कपूर के इस आरोप पर रविवार को कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी आमने-सामने आ गए कि उन्हें कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा की ओर से मकबूल फिदा हुसैन की एक पेंटिंग खरीदने के लिए दबाव डलवाया गया था. कांग्रेस ने इसे ‘राजनीतिक प्रतिशोध’ बताया, वहीं बीजेपी ने गांधी परिवार को ‘जबरन वसूली करने’ वाला कहा.
कपूर ने प्रवर्तन निदेशालय को बताया था कि उन्हें प्रियंका गांधी से एम एफ हुसैन की एक पेंटिंग खरीदने को ‘‘विवश’’ किया गया था और इस बिक्री से प्राप्त धन का इस्तेमाल गांधी परिवार ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के न्यूयॉर्क में उपचार के लिए किया. ईडी द्वारा मुंबई की एक विशेष अदालत में दायर आरोपपत्र में यह बात कही गई है.